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बढ़ते प्रदूषण से असंख्य जीवों की जान को खतरा: डा. कौशिक

संवाद सहयोगी घरौंडा एक जुलाई से प्लास्टिक पर सरकार द्वारा रोक लगाई जा रही है। प्लाि

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Jun 2022 11:11 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2022 11:11 PM (IST)
बढ़ते प्रदूषण से असंख्य जीवों की जान को खतरा: डा. कौशिक
बढ़ते प्रदूषण से असंख्य जीवों की जान को खतरा: डा. कौशिक

संवाद सहयोगी, घरौंडा : एक जुलाई से प्लास्टिक पर सरकार द्वारा रोक लगाई जा रही है। प्लास्टिक भविष्य के लिए काफी खतरनाक साबित होगा। इसी मुद्दे को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता और स्वच्छता ब्रांड अम्बेसडर डा. प्रवीण कौशिक ने कहा कि प्रतिदिन प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग सिर्फ 25 मिनट के लिए किया जाता है। हर मिनट 10 लाख प्लास्टिक बैग का उपयोग

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दुर्भाग्यवश एक प्लास्टिक को गलने में कम से कम 1000 साल लगते हैं। दुनिया के महासागरों और पृथ्वी को प्रदूषित करने में सिर्फ चंद मिनट लगते हैं। अधिकांश लोग अंजान हैं कि हर मिनट 10 लाख प्लास्टिक बैग का उपयोग किया जाता है।

कौशिक ने कहा कि जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस तो घोषित कर दिया गया लेकिन बाजारों व मंडियों से लेकर छोटे दुकानदारों द्वारा आज भी प्लास्टिक में खुलेआम सामान बेचा जा रहा है। हर दिन बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण के कारण असंख्य जीवों की जान पर भी खतरा मंडरा रहा है। डा. कौशिक ने कहा कि इंडोनेशिया एक द्वीपसमूह है जहां की जनसंख्या 260 मिलियन है। यह चीन के बाद सबसे ज्यादा प्लास्टिक प्रदूषण फैलाने वाला दूसरा देश है।

उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के कम इस्तेमाल के लिए सरकार प्रयास कर रही है। दुकानदारों से कहा जा रहा है कि लोगों को प्लाटिक के थैलों में सामान न दें और देशभर के स्कूलों में बच्चों को बताया जा रहा है कि इससे क्या - क्या समस्याएं हो सकती हैं। लोग समझें कि प्लास्टिक हमारी सबसे बडी दुश्मन है। आमजन को जागरूक होना होगा कि हम अपने व भावी पीढी की जानी दुश्मन से कैसे छुटकारा पायें।


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