..तो 2050 तक खत्म हो सकता है पीने का पानी : डा. सिंह
फोटो---23 नंबर है। जागरण संवाददाता करनाल गुरु नानक खालसा कॉलेज करनाल में मंगलवार को अध्ययन विभाग के सौजन्य से राष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन किया गया। जिसमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र के रजिस्ट्रार डा. भगवान सिंह चौधरी ने मेरा पानी मेरी विरासत पर अपना व्यक्तव्य दिया। उन्होंने विभिन्न विद्वानों व शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि उपरोक्त विषय हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दिया हुआ है जो आज के सम अति प्रासांगिक है। उन्होंने कहा कि अगर हम इसी प्रकार से पानी का दुरूपयोग करते रहे तो सन 2050 तक पीने का पानी खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 69 प्रतिशत पानी का प्रयोग कृषि के लिए होता है। उन्होंने कहा कि पानी बचाने के लिए जो किसान धान के अलावा अन्य फसल उगाने पर सरकार 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि देगी एवं
जागरण संवाददाता, करनाल
गुरु नानक खालसा कालेज करनाल में मंगलवार को अध्ययन विभाग के सौजन्य से राष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन किया गया। इसमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा. भगवान सिंह चौधरी ने मेरा पानी मेरी विरासत पर अपना व्यक्तव्य दिया। उन्होंने विभिन्न विद्वानों व शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि उपरोक्त विषय हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दिया हुआ है, जो अति प्रासांगिक है। उन्होंने कहा कि अगर हम इसी प्रकार से पानी का दुरुपयोग करते रहे तो 2050 तक पीने का पानी खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 69 प्रतिशत पानी का प्रयोग कृषि के लिए होता है। उन्होंने बताया कि पानी बचाने के लिए जो किसान धान के अलावा अन्य फसल उगाएंगे, उन्हें सरकार 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि एवं 80 प्रतिशत तक सब्सिडी देगी।
डा. भगवान सिंह चौधरी ने भू स्थानिक तकनीक व अन्य विषयों पर भी प्रकाश डाला। प्राचार्य डा. मेजर सिंह ने डा. भगवान सिंह का आभार व्यक्त किया एवं कहा कि आज के युग में मेरा पानी मेरी विरासत बहुत प्रासंगिक विषय है। कॉलेज प्रबंधन समिति के प्रधान स. कंवरजीत सिंह प्रिस ने इस आयोजन के लिए प्राचार्य डा. मेजर सिंह, वेबिनार की संयोजिका प्रो. अंजू चौधरी व सह संयोजिक डा. जुझार सिंह को बधाई दी। इस अवसर पर डा. गुरिद्र सिंह, डा. दीपक व डा. बीर सिंह मौजूद रहे।