केसीजीएमसी में कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की रोजाना खपत, फ्लोमीटर और मात्रा पर रहेगी नजर
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड मरीजों को उपचार में अतिरिक्त सपोर्ट के लिए दी जाने वाली ऑक्सीजन की खपत ठीक तरीके से बनी रहे।
जागरण संवाददाता, करनाल: कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड मरीजों को उपचार में अतिरिक्त सपोर्ट के लिए दी जाने वाली ऑक्सीजन की खपत ठीक तरीके से बनी रहे और इसकी वेस्टेज भी ना हो, इसके लिए नगर निगम आयुक्त विक्रम की देखरेख में गठित कमेटी काम कर रही है। बुधवार को निगम आयुक्त ने कमेटी में शामिल निगम अधिकारी, डॉक्टर व आइएमए के प्रतिनिधि के साथ बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात के दृष्टिगत ऑक्सीजन की मात्रा पूरे देश में उपलब्धता के अनुसार नहीं है, इसके चलते जिला में भी प्रयासों से ऑक्सीजन की जरूरत पूरी की जा रही है, लेकिन जरूरत इस बात की है कि उपलब्ध ऑक्सीजन का सही-सही प्रयोग हो, इसकी वेस्टेज ना हो और यह ऐसे मरीजों को मिले, जिनको वास्तव में इसकी सख्त जरूरत है।
उन्होंने बताया कि गठित कमेटी को निर्देशित किया गया है कि मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्तता को सुनिश्चित रहे, इसके लिए जरूरी है कि फ्लोमीटर नियमित रूप से चेक किए जाएं। इस बीच जिनमें लीकेज की आशंका थी, उसे ठीक कराया गया और जो खराब दिखाई दिए उन्हें रिप्लेस करवा दिया गया है। उन्होंने कमेटी सदस्यों से कहा कि मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पताल में 24 घंटे के दौरान फ्लोर व रोगी अनुसार ऑक्सीजन का औसतन फ्लो कितना रहा, इस पर नजर रखी जाए। प्रत्येक रोगी की नब्ज, जिसमें एसपीओ 2, सह रूग्णता (एक से अधिक बीमारी) और ऑक्सीजन सपोर्ट का माध्यम देखना होगा। प्रत्येक फ्लोर पर स्थित आईसीयू वार्ड में ड्यूटी पर तैनात नर्स व चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की डिटेल तथा ऑक्सीजन टैंक से प्रतिदिन प्रयोग के लिए निकलने वाले ऑक्सीजन सिलेंडर की विवरण देना होगा। रिपोर्ट में तुलनात्मक औसत के तहत सभी रोगियों पर प्रयोग की गई, टैंक से लिक्विड ऑक्सीजन और सिलेंडर भी बताने होंगे।
उन्होंने बताया कि केसीजीएमसी में कोविड अस्पताल की सेवाएं ओर अधिक बेहतर बनाने के लिए सरकार की ओर से अतिरिक्त अंतिम वर्ष के मेडिकल छात्र, नर्से लगाई जा रही हैं। इनमें से करीब 38 नर्सों ने रिपोर्ट कर दी हैं, जबकि 15 से 20 ओर आएंगी। इसके अतिरिक्त आउटसोर्स माध्यम से करीब 50 चतुर्थ श्रेणी व अटेंडेंट लिए जा रहे हैं। उन्होंने कमेटी के सदस्यों को बाहर से आए हुए मेडिकल छात्र व नर्सों के ठहरने की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं। सभी के लिए वैक्सीनेशन सुनिश्चित करना जरूरी है, ताकि उनमें ड्यूटी को लेकर किसी तरह का भय उत्पन्न ना हो।