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निगम को मिली सीवर जेटिग कम सक्षण मशीन, सीवरेज सफाई के लिए नहीं देना पड़ेगा किराया

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोक निर्माण विश्राम गृह से सीवर जेटिग-कम-सक्षण मशीन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 09:18 AM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 09:18 AM (IST)
निगम को मिली सीवर जेटिग कम सक्षण मशीन, सीवरेज सफाई के लिए नहीं देना पड़ेगा किराया
निगम को मिली सीवर जेटिग कम सक्षण मशीन, सीवरेज सफाई के लिए नहीं देना पड़ेगा किराया

जागरण संवाददाता, करनाल : सीवरेज सफाई करने के लिए अब नगर निगम को किराये पर मशीन नहीं लेनी पड़ेगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोक निर्माण विश्राम गृह से सीवर जेटिग-कम-सक्षण मशीन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस वाहन पर लगी बड़ी क्षमता की सीवर सक्षण मशीन शहर में रुके हुए सीवरों को कुछ ही देरी में खोलेंगे। सुपर टैक कंपनी की ओर से निर्मित मशीन को वाहन समेत नगर निगम ने 43 लाख रुपये में खरीदा है। शहर में 350 किलोमीटर सीवर लाइनों का बड़ा नेटवर्क है। अब नई मशीन के प्रयोग से सीवर लाइन जाम नहीं होंगी। सीवर में जैटिग यानि प्रेसर मारकर कूड़ा-कचरा लिक्विड हो जाएगा जो सक्षण होकर आसानी से बाहर आ जाएगा। इसे बाद में निगम के वाहन एसटीपी तक ले जाएंगे।

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गौरतलब है कि नगर निगम ने इस मानसून सीजन से पहले नगर निगम की ओर से पानीपत से 17 लाख रुपये प्रतिमाह सुपर सक्षण मशीन को किराये पर लिया था। जो विवादों में रही थी। दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। जागरण ने बताया था कि सीवरेज क्लीनिग के नाम पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। करीब 1.50 करोड़ की सुपर सक्षण मशीन का किराया लगभग 80 लाख रुपये भरा था। यह मामला मुख्यमंत्री तक गया था। जिसके बाद सीवरेज क्लीनिग के लिए मशीन लेने का फैसला लिया गया था। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने इसको हरी झंडी देकर रवाना किया।


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