जमीन ट्रांसफर के फेर में तीन साल में नहीं बन पाई एक किमी सड़क
जाम से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री ने की थी घोषणा शहीद उधम ¨सह चौक को कुंजपुरा रोड
गगन तलवार, करनाल
मुख्यमंत्री की घोषणाओं को कार्यरूप देने के लिए अधिकारी और उच्च अधिकारी कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तीन साल में सेक्टर-9 के पीछे मेरठ रोड (शहीद उधम ¨सह चौक) से कुंजपुरा रोड को जोड़ने वाली मात्र एक किलोमीटर लंबी सड़क नहीं बन पाई। इसका कारण यह था कि जहां रोड बनना है, उसमे वन विभाग की जमीन बीच में आ रही है। वन विभाग का कहना है कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण उन्हें जमीन के बदले दूसरी जमीन देगा। तभी वे पेड़ों को काटने देंगे। इसलिए अब तक सड़क पर काम शुरू नहीं हो पाया। दूसरी ओर जनवरी 2018 में एचएसवीपी मुख्यालय से वन विभाग को जमीन के बदले जमीन देने की मंजूरी मिल चुकी है। बता दें कि सीएम मनोहर लाल ने 28 नवंबर 2015 में इस रोड की घोषणा की थी। 29 दिसंबर 2016 में इसका टेंडर अलॉट कर दिसंबर 2017 तक काम पूरा होना था। रोड पर 2.82 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह है मामला
शहीद उधम ¨सह चौक से कुंजपुरा रोड को जोड़ने के लिए जो एक किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जानी है। शुरुआत में जो प्रोजेक्ट बना था उसमें वन विभाग की करीब 10 एकड़ रास्ते में आती थी। एचएसवीपी की इंजीनिय¨रग ¨वग के अधिकारियों के अनुसार वन विभाग ने इस जमीन के बदले जमीन की मांग की थी, जिससे कि वे इतने ही पेड़ दूसरी जगह पर लगा सकें। इसलिए एचएसवीपी ने रोड डिजाइन में बदलाव किया। अब 10 एकड़ जमीन की जगह वन विभाग की 2.32 एकड़ जमीन ही रोड में आ रही है। इस जगह के बदले एचएसवीपी मुख्यालय की ओर से सड़क के साइड की जमीन देने की मंजूरी दी गई, लेकिन जनवरी 2018 से अभी तक जमीन ट्रांसफर नहीं हो पाई।
यहां मिलेगी जाम से निजात
कुंजपुरा और इंद्री की तरफ से आने वाले और दिल्ली की तरफ जाने वाले सभी वाहन अभी आइटीआइ चौक से होकर निकलते हैं। इसी रोड पर आइटीआइ के अलावा स्कूल भी हैं और चौक पर ट्रैफिक लाइट होने से हर वक्त वाहनों की कतार लगी रहती है। ऐसे वाहन जिन्हें मेरठ रोड और शुगर मिल की ओर जाना है। वे सेक्टर-9 की मेन रोड से होकर निकलते हैं। रिहायशी एरिया से भारी वाहन निकलने से यहां भी जाम रहता है। नए रोड के बनने से इन सड़कों पर ट्रैफिक कम होगा।
सेक्टर-32 और 33 के प्लॉटों में तेजी की उम्मीद
मेरठ रोड से शहीद उधम ¨सह चौक तक ग्रीन बेल्ट रोड पहले ही तैयार है। यहां से कुंजपुरा रोड तक एक किलोमीटर की सड़क बनने के बाद इस रोड पर लोगों की आवाजाही भी बढ़ेगी। ग्रीन बेल्ट रोड के किनारे ही हुडा के सेक्टर-32 और 33 हैं। शहर से एक तरफ होने के कारण इन सेक्टरों में प्लॉटों का बाजार भी मंदा है। इस रोड के चलने के बाद विभाग को इस मंद पड़े बाजार में भी तेजी आने की उम्मीद है।
वर्जन-
पेड़ों की कटाई होते ही काम करेंगे शुरू
जमीन ट्रांसफर होने के बाद वन विभाग पेड़ों की कटाई करेगा। तभी सड़क का निर्माण कार्य शुरू होगा। वन विभाग को पेड़ों की कटाई के बाद दूसरी जगह पौधरोपण के लिए पेमेंट भी कर चुके हैं।
-धर्मबीर, एक्सईएन, एचएसवीपी
वर्जन-
एनओसी के बाद होगी पेड़ों की कटाई
जमीन के बदले जमीन के लिए पहली स्टेज में एचएसवीपी से अप्रूवल तो मिली थी, लेकिन अब तक विभाग ने वन विभाग को जमीन की मलकीयत नहीं दी है। मामला चंडीगढ़ रीजनल ऑफिस की देखरेख में है। जमीन ट्रांसफर होने के बाद जब एनओसी मिलेगी, तभी पेड़ कटाई का काम शुरू होगा।
-विजेंद्र ¨सह, डीएफओ।