आज से स्कूलों में शुरू होगी कक्षा तीन से पांचवीं की कक्षाएं
पिछले 11 माह से घर पर बैठे कक्षा तीन से पांचवीं कक्षाओं के बच्
जागरण संवाददाता, करनाल
पिछले 11 माह से घर पर बैठे कक्षा तीन से पांचवीं कक्षाओं के बच्चों की बुधवार से स्कूलों में कक्षाएं शुरू होगी। कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए कक्षा तीसरी से पांचवी तक के स्कूल खोलने के प्रस्ताव पर सरकार ने अपनी मुहर लगा दी है। 11 महीने से बंद चल रहे प्राइमरी स्कूलों में कोविड-19 की गाइडलाइन के बीच पढ़ाई करवाई जाएगी।
कक्षाओं के लिए सुबह 10 से दोपहर डेढ़ बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।
बता दें कि कोरोना के संक्रमण के चलते प्रदेश सरकार ने करीब 10 दिन पहले प्राइमरी स्कूल को नए शिक्षा सत्र में एक जून से खोलने का निर्णय लिया था। इसके चलते 11 माह से घरों पर रहने को मजबूर बच्चों के भविष्य को लेकर चिता जताते हुए शिक्षा विभाग ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री को प्रस्ताव भेजकर कक्षा तीन से पांच तक के स्कूल खोलने की अनुमति मांगी थी। सरकार ने अब ये स्कूल खोलने की अनुमति दे दी है। शिक्षा विभाग के अनुसार स्कूल लगाने के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करना अनिवार्य है। स्कूल आने वाले बच्चों को अपने अभिभावकों से लिखित सहमति पत्र साथ लेकर आना होगा। अभिभावकों के सहमति पत्र के बिना किसी भी बच्चे को स्कूल में प्रवेश नहीं करवाया जाएगा। पहले की तरह ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। जो बच्चा ऑनलाइन पढ़ाई करना चाहता है उसे स्कूल आने की आवश्यकता नहीं है। वह अपने घर पर रहकर ऑनलाइन पढ़ाई कर सकता है। बॉक्स थर्मल स्क्रीनिग व मास्क के साथ ही स्कूल में मिलेगी एंट्री डीईईओ रोहताश वर्मा ने बताया कि स्कूल इंचार्ज व शिक्षकों को स्कूल लगने से 15 से 20 मिनट पहले पहुंचकर व्यवस्था संभालनी होगी। स्कूल के मुख्य गेट पर बच्चों की थर्मल स्क्रीनिग पर मास्क लगाकर प्रवेश करने दिया जाएगा। जिस बच्चे का तापमान सामान्य से भी अधिक होगा, उसे स्कूल में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। स्कूल खोलने से पहले सफाई व सेनिटाइजिग का कार्य किया जाएगा। स्कूल की छुट्टी के बाद भी कक्षा को सेनिटाइज करवाकर शिक्षक घर जा सकेंगे। स्कूलों में कोविड-19 की पालना की समीक्षा के लिए औचक निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान स्कूल की साफ सफाई कक्षाओं में बच्चों के बैठने के तौर तरीकों व मास्क आदि का विशेष तौर पर निरीक्षण किया जाएगा। डीईईओ ने कहा कि कोविड-19 गाइडलाइन की पालना में स्कूल इंचार्ज कोई कोताही ना बरतें।