सीएम विडो की शिकायतों का निपटान करने वाले नोडल अधिकारियों को जारी होंगे प्रशंसा पत्र
जागरण संवाददाता करनाल मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी और एसएसए के परियोजना निदेशक डा. रा
जागरण संवाददाता, करनाल
मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी और एसएसए के परियोजना निदेशक डा. राकेश गुप्ता ने चंडीगढ़ से मंगलवार को वीडियो कांफ्रैंसिग के माध्यम से जिला अधिकारियों के साथ ई आफिस, अंत्योदय सरल, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, वन स्टाप सेंटर, पोश, प्ले स्कूल, सक्षम हरियाणा और सीएम विडो की समीक्षा की। उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीएम विडो पर आई शिकायतों का निपटारा करने में बढि़या काम करने वाले नोडल अधिकारियों को प्रशंसा-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
परियोजना निदेशक डा. राकेश गुप्ता ने कहा कि सभी विभाग ई आफिस व्यवस्था के तहत कार्य करें, पेपर फाइल कार्य किसी भी कार्यालय में न हो, अगर कोई पेपर फाइल अधिकारी के पास आती है तो उसे तुरंत वापिस किया और ई आफिस पर कार्य करने के निर्देश दें। जो विभाग अब तक ई आफिस पोर्टल पर जुड़े नहीं हैं, वे शीघ्र अति शीघ्र जुड़कर अपने-अपने कार्यालर्यों का कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि एडीसी एक सप्ताह में और डीसी 15 दिनों में अपने-अपने जिलों में ई आफिस व्यवस्था को लेकर समीक्षा करते रहें। जिन जिलों में सीएम विडो को लेकर ढिलाई बरती जा रही है वहां सुधार लाएं, अन्यथा कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जिन जिलों में बढि़या काम होगा, उन जिलों के नोडल अधिकारियों को सरकार की ओर से प्रशंसा-पत्र जारी किए जाएंगे। इसलिए अधिकतर जिलों में नए सीटीएम नियुक्त हुए हैं और वे सीएम विडो के नोडल अधिकारी हैं, वे बढि़या कार्य करें।
परियोजना निदेशक ने अंत्योदय सरल प्रोोक्ट की समीक्षा करते हुए कहा कि इस प्रोजैक्ट पर प्रदेश में अच्छा कार्य हुआ है, जिसको लेकर भारत सरकार से हरियाणा के मुख्यमंत्री को अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इस दिशा में और अधिक परिश्रम कर इस स्टेटस को बनाए रखें। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की समीक्षा के दौरान बताया कि वर्ष 2014 के बाद प्रदेश में लिगानुपात की स्थिति में बहुत बड़ा बदलाव आया है। उस समय केवल दो जिले ही 900 प्लस थे, लेकिन अब प्रदेश के सभी जिलों में 900 का आंकड़ा पार हो गया है। इसके लिए उन्होंने सभी जिलों के उपायुक्तों, डबल्यूसीडी विभाग की डीपीओ तथा सिविल सर्जन को बधाई दी। लेकिन इस दिशा में और अधिक कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि अल्ट्रासाऊंड केन्द्रों पर रेड बढ़ाएं ताकि कहीं पर भी कन्या भ्रूण की जांच न हो पाए तथा दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही तत्परता से करें। इस अवसर पर नगराधीश अभय जांगड़ा, डीईओ राजपाल चौधरी, डीईईओ रोहताश वर्मा, डिप्टी सीएमओ डा. राजेश गौरिया, डीपीओ राजबाला सहित उपस्थित अन्य विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से संबंधी परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी।