बच्चों को कृषि शिक्षा के प्रति किया जागरूक
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के तत्वावधान में शुक्रवार को कृषि शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया। भारत के पहले कृषि मंत्री तथा देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस को कृषि शिक्षा दिवस के रूप में मनाने की भारतीय कृषि अनुसंधान की पहल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, करनाल: भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के तत्वावधान में शुक्रवार को कृषि शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया। भारत के पहले कृषि मंत्री तथा देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस को कृषि शिक्षा दिवस के रूप में मनाने की भारतीय कृषि अनुसंधान की पहल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को कृषि शिक्षा के प्रति जागरूक करना है। कार्यक्रम में गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कुटेल एवं गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, संगोहा के बच्चों ने भाग लिया। विद्यार्थियों को संस्थान में पहुंचने के बाद विभिन्न प्रयोगशालाओं का भ्रमण कराया गया। इसके बाद संस्थान के गेहूं एवं जौ संग्रहालय का भ्रमण कराया गया। संग्रहालय के भ्रमण के बाद विद्यार्थियों को संस्थान के अनुसंधान प्रक्षेत्र पर गेहूं एवं जौ के ऊपर चल रहे विभिन्न प्रयोगों को दिखाया गया एवं उनकी जानकारी दी गई। कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के सहयोग से चल रही शोध परियोजनाओं के परीक्षणों से भी विद्यार्थियों को अवगत कराया गया। विद्यार्थियों में काफी उत्सुकता और जिज्ञासा देखने को मिली। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डा. ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने विद्यार्थियों को कृषि शिक्षा के महत्व पर विद्यार्थियों को जागरूक किया साथ ही कृषि को एक बेहतर रोजगार विकल्प के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया और कृषि में अपने भविष्य तलाशने के लिए प्रेरित किया। अंत में विद्यार्थियों ने कृषि शिक्षा से संबंधित प्रश्नोत्तरी में भाग लिया तथा विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कृषि शिक्षा दिवस 2021 के इस कार्यक्रम का संचालन संस्थान के वैज्ञानिकों डा. अनुज कुमार, रतन तिवारी एवं सेंधिल आर ने किया।