दूध उपलब्धता में हरियाणा बनेगा नंबर वन : मुख्यमंत्री
सीएम मनोहर लाल ने आह्वान किया कि प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता में हरियाणा को नंबर वन बनाने के लिए समन्वित प्रयासों में तेजी लाई जाए। उन्होंने राज्य में पशु संजीवनी सेवा के रूप में मोबाइल डिस्पेंसरी योजना शुरू करने की बात कही। वहीं पशुओं में नस्ल सुधार रोग नियंत्रण और दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए जारी प्रयासों पर खुशी जताते हुए विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का सपना अवश्य सच होगा। एनडीआरआइ परिसर में आयोजित 37वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि सीएम मनोहरलाल ने कहा कि पशु संजीवनी सेवा योजना से घर पर ही पशुओं का उपचार होगा। प्रदेश में डेयरी फार्मिंग को बड़े कारोबार के रूप में स्थापित करने के लिए प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता की 10
जागरण संवाददाता, करनाल: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आह्वान किया कि प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता में हरियाणा को नंबर वन बनाने के लिए समन्वित प्रयासों में तेजी लाई जाए। उन्होंने राज्य में पशु संजीवनी सेवा के रूप में मोबाइल डिस्पेंसरी योजना शुरू करने की बात कही। वहीं, पशुओं में नस्ल सुधार, रोग नियंत्रण और दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए जारी प्रयासों पर खुशी जताते हुए विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का सपना अवश्य सच होगा।
एनडीआरआइ परिसर में आयोजित 37वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि सीएम मनोहरलाल ने कहा कि पशु संजीवनी सेवा योजना से घर पर ही पशुओं का उपचार होगा। प्रदेश में डेयरी फार्मिंग को बड़े कारोबार के रूप में स्थापित करने के लिए प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता की 1087 ग्राम की मात्रा को बढ़ाना होगा ताकि पंजाब को पीछे छोड़कर हरियाणा इसमें नंबर वन बने। ब्राजील जैसा देश हमारी ही गायों की नस्लों में सुधार करके 70-80 किलो प्रतिदिन दूध लेता है। दूध उत्पादन से आमदनी बढ़ाने के लिए प्रदेश में नए संयंत्र लगाए जाएंगे। दूध संरक्षण के लिए टैट्रा पैक का प्रोजेक्ट होगा। दूध ठंडा रखने के लिए बड़े-बड़े मिल्क कूलर लगाए जाएंगे। हिसार में इंडो-इजराइल सहयोग से संयंत्र लगाया जाएगा।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री जय प्रकाश दलाल ने कहा कि हरियाणा में पशुओं की सेहत तथा नस्ल सुधार को लेकर क्रांतिकारी कदम उठाए गए हैं। पशुओं में मुंहखुर व गलघोटू की बीमारी के लिए संयुक्त वैक्सिन ईजाद करके यह रोग प्रदेश से समाप्त कर दिए गए हैं। पशुपालक क्रेडिट कार्ड बनाए जा रहे हैं। इनसे पशुपालक चार प्रतिशत ब्याज पर तीन लाख रुपये तक का ऋण ले सकता है। पशु बीमा योजना में अब तक दो लाख 48 हजार पशुओं का बीमा किया जा चुका है, जो एक रिकार्ड है। अगले वर्ष करीब 10 लाख पशुओं का बीमा करने का लक्ष्य है। छोटे व्यवसायियों के लिए भेड़-बकरी पालने की योजना शुरू की गई है।
सांसद संजय भाटिया ने किसानों से कहा कि वे नई तकनीकों की जानकारी लेकर जाएं और सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं। पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन सोमवीर सांगवान ने कहा कि आने वाले वर्षों में प्रदेश में दूध-दही की नदियां बहेंगी। पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग के महानिदेशक ओपी छिक्कारा ने बताया कि प्रदर्शनी में करीब 8500 पशु पहुंचे हैं। पशुओं की 53 श्रेणियां बनाकर उत्कृष्टता का मुकाबला कराया गया है। मुकाबले में श्रेष्ठ पशुओं के मालिकों को 36 लाख रुपये के पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने आभार जताया।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी, मेयर रेनू बाला गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, पूर्व विधायक भगवानदास कबीरपंथी व स. बख्शीश सिंह विर्क, मुख्यमंत्री प्रतिनिधि संजय बठला, शुगरफैड के पूर्व अध्यक्ष हरपाल सिंह चीका, लवासा के वीसी गुरदयाल सिंह, जिला महामंत्री योगेन्द्र राणा, राजबीर शर्मा, शमशेर नैन, तालाब प्राधिकरण के सदस्य तेजिन्द्र सिंह तेजी आदि भी उपस्थित थे।
ऊंट की सवारी से मन आनंदित: सीएम
मुख्यमंत्री जब एनडीआरआइ मैदान में रैंप शो देखने पहुंचे तो उन्होंने सुहाने मौसम के बीच सजे-धजे ऊंट की सवारी का आनंद लिया। इस दौरान उनके फोटो खींचने के लिए होड़ मच गई। वहीं, इस अनुभव से प्रसन्न मुख्यमंत्री ने सबका अभिवादन किया। उन्होंने बाद में ट्वीट किया कि आज करनाल में पशुधन प्रदर्शनी के दौरान ऊंट की सवारी कर मन आनंदित हो उठा। पशु कुदरत की वो प्यारी देन हैं, जिनकी मासूमियत लोगों को आकर्षित करने के लिए काफी है।