मुख्यमंत्री ने रिमोट दबाकर किया रावण के पुतले का दहन
सेक्टर-4 स्थित दशहरा ग्राउंड में मुख्यमंत्री मनोहर लाल विशेष तौर पर पहुंचे थे। श्री रामलीला सभा की ओर से 116वां दशहरा पर्व पर पुतलों में रावण का 75 फीट कुंभकर्ण व मेघनाद का पुतला 65-65 फीट का बनाया गया।
जागरण संवाददाता, करनाल : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि न्याय की अन्याय पर जीत ही विजयादशमी पर्व है। आज प्रत्येक व्यक्ति को न्याय के मार्ग पर चलकर राज्य में सुशासन स्थापित करना है। मुख्यमंत्री ने खुली जीप में ग्राउंड का चक्कर काटकर शहरवासियों को पर्व की बधाई दी। बाद में शाम 6 बजे रिमोट का बटन दबाकर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया।
सेक्टर-4 स्थित दशहरा ग्राउंड में मुख्यमंत्री मनोहर लाल विशेष तौर पर पहुंचे थे। श्री रामलीला सभा की ओर से 116वां दशहरा पर्व पर पुतलों में रावण का 75 फीट, कुंभकर्ण व मेघनाद का पुतला 65-65 फीट का बनाया गया। सभा सदस्यों की ओर से इस बार रावण के पुतले की गर्दन घुमने व मुंह से आग निकालने की तकनीक अपनाई गई, जोकि आकर्षण का केंद्र रहा। शहरवासियों ने मेले में दुकानों पर खरीदारी की और बच्चों ने माता-पिता के साथ सैर-सपाटा किया।
रावण के पुतले के दर्शन के लिए भक्त सुबह 9 बजे से ही ग्राउंड में पहुंचना शुरू हो चुके थे। इस दौरान उत्तर भारत की प्रसिद्ध कलाकार सुषमा कौशिक ने साथी कलाकारों के साथ श्रीराम चरित्र का वर्णन किया। इस मौके पर मेयर रेणू बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी अमरेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद सहित श्री रामलीला सभा प्रधान अजय जैन, खंजाची कर्ण मित्तल, सचिव गौरव गर्ग, संयुक्त सचिव अनुरुद्ध दिवान, मेला डायरेक्टर नरेश जायसवाल, महासचिव गौरव गर्ग शिरकत की।
फायर ब्रिगेड की सतर्कता से हादसा टला
पुतलों के दहन के दौरान जलता हुआ कुछ हिस्सा उड़कर जनता के बीच में जाकर गिरा। इससे वहां भगदड़ मच गई। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने सतर्कता बरतते हुए आग पर काबू पा लिया। फायर ब्रिगेड अधिकारी रामपाल ने बताया कि लोगों को नुकसान नहीं होने दिया गया। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस कर्मचारी भी तैनात रहे और ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुचारू रखा गया।