कुंजपुरा को खंड का दर्जा, गलियों में निकासी का इंतजाम तक नहीं
करीब 25 हजार की आबादी समेटे हुए खंड का दर्जा प्राप्त गांव कुंजपुरा में नाली एवं गलियों की हालत खस्ता है। टूटी नालियों की वजह से गंदे पानी की उचित निकासी नहीं हो पा रही। गांव में अधिकांश नालियां टूटी हुई है जिस कारण सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है।

संवाद सहयोगी, कुंजपुरा : करीब 25 हजार की आबादी समेटे हुए खंड का दर्जा प्राप्त गांव कुंजपुरा में नाली एवं गलियों की हालत खस्ता है। टूटी नालियों की वजह से गंदे पानी की उचित निकासी नहीं हो पा रही। गांव में अधिकांश नालियां टूटी हुई है, जिस कारण सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गांव में शायद ही ऐसा कोई गली मोहल्ला बचा हुआ हो, जिसमें नालियों की खस्ता हालत न बनी हुई हो। बारिश के दौरान नालियों का गंदा पानी गली में भर जाता है, जिससे हालत बदतर हो जाती है। गंदे पानी की बदबू से गली मोहल्ले के लोगों के अलावा अन्य ग्रामीण भी परेशान हैं। करीब एक साल पूर्व ग्राम पंचायतों का कार्यकाल पूरा होने के बाद गांव में प्रशासनिक एवं विकास कार्यों की जिम्मेवारी खंड अधिकारियों को मिली हुई है। गांव में शनि मंदिर के पास कालोनी एवं मोहल्ले में सफाई न होने एवं नाली टूटने के कारण लोगों में अच्छी खासी नाराजगी बनी हुई है।
कालोनी वासी अनिल कुमार, प्रकाश, अशोक कुमार,रमेश, शौ़की, तानी देवी ने बताया कि कई-कई महीने तक गलियों की सफाई नहीं हो पाती। किसी पर्व के निकट आने पर ही सफाई कर्मी गलियों में नजर आते हैं। गलियों में टूटी नालियों की मरम्मत तक नहीं की जा रही। ग्रामीण गली में बहते गंदे पानी से ही गुजारने पर मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शनि मंदिर के बाहर बने नाले में कचरा एवं पालीथिन भरा होने से पानी की सही निकासी नहीं हो पा रही। नाले की दीवार टूटने से नाला राजबाहे का रूप लेता जा रहा है।
पानी की उचित निकासी एवं गलियों में सफाई न होने से परेशान ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव से समस्या के निदान का आग्रह किया है। इस संबंध में खंड कुंजपुरा के पंचायत सचिव एवं कार्यवाहक पंचायत अधिकारी जितेंद्र कुमार का कहना है कि ग्रामीणों की समस्या का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। सफाई कर्मियों को सभी गलियों में सफाई करने के लिये कहा गया है। टूटी हुई नालियों की जल्द ही मरम्मत करवाई जाएगी।
Edited By Jagran