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¨वडो से ट्रेन में घुसे लोग, बसों और ट्रेनों की दरवाजों पर लटक परीक्षार्थियों ने किया सफर

जागरण संवाददाता, करनाल हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप-डी की भर्ती परीक्षा शनिवार को संपन्न हो गई, लेकिन परीक्षा के कारण शहर के व्यवस्था जरूर बेपटरी हो गई। एक साथ इतनी संख्या लोगों के सड़कों पर उतरने से जाम रहा तो बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ होने से हालात खराब रहे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 01:51 AM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 01:51 AM (IST)
¨वडो से ट्रेन में घुसे लोग, बसों और ट्रेनों की दरवाजों पर लटक परीक्षार्थियों ने किया सफर
¨वडो से ट्रेन में घुसे लोग, बसों और ट्रेनों की दरवाजों पर लटक परीक्षार्थियों ने किया सफर

जागरण संवाददाता, करनाल

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हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप-डी की भर्ती परीक्षा शनिवार को संपन्न हो गई, लेकिन परीक्षा के कारण शहर के व्यवस्था जरूर बेपटरी हो गई। एक साथ इतनी संख्या लोगों के सड़कों पर उतरने से जाम रहा तो बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ होने से हालात खराब रहे। भीड़ के कारण लोगों को ट्रेन में घुसने तक की जगह नहीं मिली। ऐसे में कई जगह इमरजेंसी ¨वडो तोड़ परीक्षाथी रेल में घुसते दिखाई दिए। वहीं जान जोखिम में डाल रेल और बसों के दरवाजों के अलावा छतों पर चढ़कर युवाओं ने सफर करते देखा गया। शहर में 67 केंद्रों पर कुल 41640 में से 28292 अभ्यार्थियों ने परीक्षा दी। सुबह और शाम के सत्र में हुई परीक्षा में दोनों समय केंद्रों के बाहर पुलिस मुस्तैद रही। सेंटर दूर होने के कारण 13348 ने नहीं दी परीक्षा

करनाल के 67 केंद्रों पर कुल 41640 अभ्यर्थियों की परीक्षा होनी थी। दोनों सत्रों में कुल 28292 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। जबकि 13348 अभ्यर्थी परीक्षा के लिए नहीं पहुंचे। इसके पीछे कारण यह भी माना जा रहा है कि ज्यादातर के परीक्षा केंद्र उनके शहर से काफी दूर हैं। इसलिए वे परीक्षा देने के लिए नहीं आए। सख्त नियमों से हुई परेशानी

परीक्षा को नकल रहित करवाने के लिए एचएसएससी के नियमों से परीक्षार्थियों को कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। 67 परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से पहले ही अभ्यार्थियों के मोबाइल, घड़ी, पेन, पेंसिल और महिलाओं को चेन, कान की बालियां तक अंदर ले जाने की इजाजत नहीं दी गई। नियमों के सामने अभ्यर्थियों की दुहाई भी काम नहीं आई। प्राइवेट वाहन बुक कर पहुंचे सेंटर

परीक्षा के लिए कई जगहों से अभ्यर्थी प्ला¨नग के साथ आए, जिससे कि उन्हें कोई परेशानी न हो। इसके लिए अपने क्षेत्र के युवाओं ने एक साथ मिलकर बसों की बु¨कग की और वहां से अपने केंद्र के शहर तक बस से पहुंचे। ऐसी बसें सिरसा, झज्जर, पलवल और महेंद्रगढ़ से करनाल के बस स्टैंड के नजदीक खड़ी दिखी। इन सड़कों पर रहा जाम

परीक्षा के कारण शहर के रेलवे रोड, बस स्टैंड रोड, कैथल रोड, काछवा पुल, इंद्री रोड, मेरठ रोड के अलावा शहर को जोड़ने वाले कई मार्गोँ पर जाम की स्थिति रही। फोटो---40 नंबर है।

पति-पत्नी ने दिया पेपर

कुरुक्षेत्र के अमीन गांव में मोबाइल और कंप्यूटर की दुकान के संचालक रणजीत ¨सह और उनकी पत्नी रीना रानी ने भी ग्रुप डी का पेपर दिया। उन्होंने बताया कि इस बार पेपर आसान था। सरकारी नौकरी की चाहत से उन्होंने पेपर दिया है। फोटो---10 नंबर है।

मर्चेंट नेवी की नौकरी छोड़ ग्रुप डी के लिए तैयार

झज्जर के राकेश भी करनाल में ग्रुप डी का पेपर देने अपने चचेरे भाई मोनू के साथ आए थे। अपनी कार से यहां पहुंचे दोनों भाइयों ने शाम के सत्र में परीक्षा दी। राकेश ने बताया कि वह मर्चेंट नेवी में डेढ़ साल काम कर चुके हैं। यह नौकरी घर से दूर थी। इसलिए इसे छोड़कर अब सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं। वर्जन-

परीक्षा शांतिपूर्ण और नकल रहित हुई। परीक्षा के दौरान विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर जाकर औचक निरीक्षण भी किया। परीक्षा केंद्रों पर जैमर, सीसीटीवी तक की व्यवस्था रही, जिससे कि परीक्षा पारदर्शिता और सुनियोजित ढंग से हो सके।

-सुशील मलिक, नोडल अधिकारी, एचएसएससी परीक्षा।


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