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दयाल सिंह कॉलेज में स्कॉलरशिप फर्जीवाड़े में पांच आरोपित गिरफ्तार

दयाल सिंह कॉलेज में एससी-बीसी विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप फंड में फर्जीवाड़े का मुख्य आरोपित क्लर्क जितेंद्र आज तक भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है जबकि जिन पांच आरोपितों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Dec 2019 08:50 AM (IST)Updated: Thu, 19 Dec 2019 08:50 AM (IST)
दयाल सिंह कॉलेज में स्कॉलरशिप फर्जीवाड़े में पांच आरोपित गिरफ्तार
दयाल सिंह कॉलेज में स्कॉलरशिप फर्जीवाड़े में पांच आरोपित गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, करनाल : दयाल सिंह कॉलेज में एससी-बीसी विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप फंड में फर्जीवाड़े का मुख्य आरोपित क्लर्क जितेंद्र आज तक भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है जबकि जिन पांच आरोपितों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए, उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पांचों आरोपितों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। जांच अधिकारी दयानंद के अनुसार इनमें बंधन जैन, दीपांशु, अमित कुमार, सागर और सुनील शर्मा शामिल है। अमित कुमार के खाते में एक लाख 77 हजार, सुनील शर्मा के खाते में ढाई लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे तो वहीं अन्य के खातों में भी 25 हजार से लेकर इससे अधिक राशि भी ट्रांसफर की गई। अभी भी पुलिस मामले की जांच में जुटी है, तो वहीं दावा किया जा रहा है कि मुख्य आरोपित जितेंद्र को भी जल्द काबू कर लिया जाएगा।

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यह है मामला

मामला उजागर होने के बाद सस्पेंड चल रहे क्लर्क जितेंद्र चावला पर आरोप है कि उसने सरकार द्वारा एससी-बीसी विद्यार्थियों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति के करीब छह लाख रुपये विद्यार्थियों को न देकर किसी सुनील, अमित, सागर, दीपांशु और अन्य के बैंक खाते में गैरकानूनी रूप से ट्रांसफर किया है। यह जानकारी भी प्रिसिपल को उस समय हुई, जब विद्यार्थियों ने उन्हें स्कॉलरशिप न मिलने की शिकायत की। इस पर उन्होंने सीए से खातों का ऑडिट कराया तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

स्कालरशिप व बस पास के पैसों में भी फर्जीवाड़ा मिला : प्रिसिपल

प्रिसिपल डॉ. चंद्रशेखर के अनुसार, एसबीआई के बैंक खाता नंबर 55002451817 में स्कॉलरशिप का फंड था। जहां से गैरकानूनी रूप से आरोपी ने दूसरों के खाते में ट्रांसफर किया है। इसके अलावा बस पास के पैसों में फर्जीवाड़ा समेत दोनों मामलों की प्रिसिपल डॉ. चंद्रशेखर ने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने आरोपी व इसमें शामिल उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उसी समय आरोपित जितेंद्र को सस्पेंड कर दिया गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बॉक्स

बस पास को लेकर भी गबन का आरोप

प्रिसिपल डॉ. चंद्रशेखर भारद्वाज के अनुसार बस पास के पैसों के गबन का मामला जनवरी 2019 का है। कॉलेज की ओर से क्लर्क जितेंद्र चावला को बस पास बनाने की ड्यूटी लगाई थी। बस से आने वाले विद्यार्थी पास बनवाने के लिए जितेंद्र के पास अपनी राशि जमा करवा रहे थे। शुरूआत में करीब 24 हजार रुपये की राशि का गबन सामने आया था। आरोपित क्लर्क मई 2013 से कॉलेज में कार्यरत रहा।


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