कपिल की हत्या से भड़के परिजन, कैथल-करनाल रोड पर शव रखकर लगाया जाम
गोंदर गांव में बीते दिनों मामूली बात से दो पक्षों के बीच हुई मारपीट उस समय गंभीर हो गई जब इसमें घायल एक युवक ने उपचार के दौरान पीजीआई में दम तोड़ दिया। कपिल नाम युवक की मौत से गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने शनिवार को जमकर रोष जताया तो करनाल-कैथल रोड भी जाम कर दिया।
संवाद सूत्र, निसिग : गोंदर गांव में बीते दिनों मामूली बात से दो पक्षों के बीच हुई मारपीट उस समय गंभीर हो गई जब इसमें घायल एक युवक ने उपचार के दौरान पीजीआई में दम तोड़ दिया। कपिल नाम युवक की मौत से गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने शनिवार को जमकर रोष जताया तो करनाल-कैथल रोड भी जाम कर दिया। उन्होंने पीजीआई से शव आने से पहले ही मारपीट कर हत्या करने के आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग करते हुए गुरूद्वारा चौक पर दो बजकर 20 मिनट पर जाम लगा दिया और जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इससे दोनों ओर वाहनों की कतार बढ़ने लगी। मामला गंभीर देख आसपास के बाजार में दुकानें बंद कर दी गई। जाम लगने से दोनों ओर सैंकड़ों वाहन फंस गए, जिससे वाहन चालकों व राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौके पर पहुंची पुलिस ने जाम में फंसे वाहनों को दूसरे रास्तों से निकाला। मौके पर पहुंचे डीएसपी असंध दलबीर सिंह ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन परिजन नही माने। उसके बाद बीडीपीओ अशोक छिकारा, नायब तहसीलदार रामकुमार, तहसीलदार करनाल रविद्र, एसडीएम नरेंद्र मलिक, डीएसपी राजीव कुमार मौके पर पहुंचे। जब परिजन शांत नहीं हुए तो एसपी सुरेंद्र सिंह भैरिया भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाते हुए भरोसा दिया कि पुलिस ने मामले में नामजद पांचों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान मृतक के परिजनों ने एसपी के सामने कई मांगी रखी। जिन्हें गंभीरता से लिए जाने का भरोसा दिया गया। जाम लगाने के बाद परिजनों की ओर से बनाई गई 15 सदस्यीय कमेटी ने एसपी को जाम खोलने को लेकर कुछ देर में अपना फैसला सुनाने की बात कही। काफी देर तक परिजनों में आपसी बातचीत का दौर चलता रहा। इतने में चंडीगढ़ पीजीआई से युवक का शव आ गया। उसी समय उन्होंने एसपी की बातों को दरकिनार कर शव सड़क पर रख लिया और जाम जारी रखा। देर रात समाचार लिखे जाने तक भी जाम नहीं खुल पाया था।
17 नवंबर को हुई थी युवकों में पहली लड़ाई
बताया जा रहा है कि सायं के समय बुलेट बाइक पर सवार होकर गली से गुजर रहे तीन युवकों के साथ किसी बात को लेकर पहली लड़ाई 17 नवंबर को हुई थी। जिसमें तेजधार हथियारों से हमला किया गया था। जिसमें एक युवक के सिर में गहरी चोटें लगी थी। मामले में पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। लेकिन युवक के अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आने के बाद तक किसी की गिरफ्तारी नही हो पाई थी। बाद में 24 नवंबर को युवकों में दोबारा लड़ाई हुई, जिसमें कपिल को गहरी चोटें लगी। उसे निसिग से करनाल व फिर पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान युवक कपिल की मौत हो गई। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर पांच मुख्य व 50 से 60 अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर किया था। पुलिस ने पांचों हत्यारोपी युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन परिजन अन्य की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े रहे।
जाम के दौरान कमेटी सदस्यों ने रखी मुख्य मांगें
जाम लगाने के बाद 15 सदस्यीय कमेटी का गठन किया। जिन्होंने पीड़ित परिवार की मदद को लेकर प्रशासन के खिलाफ कई मांगे रखी गई। जिनमें परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी, एक करोड़ सहायता राशि, पीड़ित परिवार को गन लाईसेंस, हत्या के सभी आरोपितों पर एससीएसटी एक्ट व धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर तुंरत गिरफ्तार किया जाना, गांव में मामला शांत होने तक अस्थाई पुलिस चौकी व परिवार को सुरक्षा प्रदान करना शामिल की गई। यह भी मांग की कि पीड़ित परिवार के साथ मारपीट के दौरान हुई पहली एफआईआर निरस्त की जाए। एसपी ने जायज मांगे माने जाने का भरोसा दिया, लेकिन परिजन सहमत नही हुए। वहीं जाम लगा रहे लोगों के बीच चर्चा रही कि पुलिस पहले से ही मामले को गंभीरता से ले लेती तो यह हालात नहीं बनते।
दो साल पहले हुई थी कपिल की शादी
मृतक के परिजनों ने बताया कि करीब दो साल पहले मृतक कपिल की शादी घरौंडा वासी शिल्पा के साथ हुई थी। उसका एक वर्षीय बेटा गुरवंश है। कपिल दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता था।
भारी पुलिस बल रहा तैनात
जाम के दौरान किसी प्रकार की घटना से निपटने के लिए भारी पुलिस बल पुख्ता प्रबंधों के साथ तैनात रहा, जिससे जाम के आसपास का क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। हांलाकि जाम लगाते समय कुछ शरारती तत्वों ने एक बोलेरो व एक बाइक को भी कुछ क्षतिग्रस्त कर दिया था। वहीं मृतक के परिजनों व ग्रामीणों का गुस्सा देख दिन भर पुलिस की सांसें फूली रहीं।