Move to Jagran APP

पुरस्कार की चयन प्रक्रिया में पक्षपात का आरोप, परिवार में रोष

जागरण संवाददाता करनाल समाजसेवी प्रीतपाल सिंह पन्नु ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कारों मिलने पर करन

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 10:50 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 10:50 PM (IST)
पुरस्कार की चयन प्रक्रिया में पक्षपात का आरोप, परिवार में रोष
पुरस्कार की चयन प्रक्रिया में पक्षपात का आरोप, परिवार में रोष

जागरण संवाददाता, करनाल: समाजसेवी प्रीतपाल सिंह पन्नु ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कारों मिलने पर करनाल के आकर्ष कौशल और उसके परिवार को बधाई दी। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर इस पुरस्कार की चयन प्रक्रिया में उनके बेटे परमवीर सिंह से पक्षपात करने का आरोप लगाया।

loksabha election banner

पत्र में पन्नु ने प्रधानमंत्री को लिखा परमवीर को 20 जनवरी को महिला एव बाल कल्याण मंत्रालय से फ़ोन पर बताया गया था कि उसका नामांकन पुरस्कार के लिए हुआ है। फोनकर्ता महिला अधिकारी ने बताया कि परम को पुरस्कार राशि देने के लिए बैंक खाते की डिटेल चाहिए। उन्हें बताया गया कि परमवीर का बैंक खाता नहीं है तो तुरंत इसे खुलवाकर शाम तक डिटेल देने को कहा गया। मंत्रालय से इस संबंध में ई-मेल भी मिली। उन्होंने अविलंब खाता खुलवाकर डिटेल भेज दी। लेकिन फ़ाइनल लिस्ट में परम का नाम काट दिया गया। उन्हें अपने स्त्रोतों से पता चला कि परमवीर का नाम मंत्रालय की अंतिम सूची में था लेकिन बाद में नाम काट दिया गया। इससे परिवार मायूस है। परमवीर का मनोबल गिरा है। ऐसा व्यवहार किसी और के साथ न हो, भविष्य में इसका ध्यान रखा जाए। चयन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद विजेताओं को ई-मेल भेजी जाए। संभव है कि एक शहर से दो बच्चों का नाम न लेने जैसे किसी विचार के चलते उनके बेटे का नाम काट दिया गया हो। ऐसा हुआ है तो यह अनुचित है।

सत्त सक्रिय है परमवीर

उल्लेखनीय है कि युवा समाजसेवी परमवीर ने नशाखोरी व बाल शोषण के ़खलिाफ़ राष्ट्रव्यापी अभियान स्पीकअप फ़्रेंड्स चलाया था। इसमें सबसे लंबी अवधि के वेबिनार के लिए उसका नाम व‌र्ल्ड बुक आफ़ रिकार्ड में शामिल हुआ। लाकडाउन में परम ने राशन सेवा की। कोविड की दूसरी लहर में नाना की मौत के बावजूद परम ने आक्सीजन वितरण किया और रक्तदान शिविरों में सहयोग दिया। झुग्गी झोपड़ियों में बच्चों को पढ़ाने से लेकर अनाथाश्रम के बच्चों के लिए जन्मदिन का पूरा शगुन देने वाले परम ने सैट परीक्षा में पूरे विश्व के टापर एक प्रतिशत बच्चों में स्थान बनाया था। •ालिा प्रशासन, महिला व बाल कल्याण विभाग, सांसद संजय भाटिया व हिसार के सांसद बिजेंद्र सिंह ने भी पुरस्कार के लिए उसके नाम की संस्तुति की थी। सीजीसी के पूर्व प्रधान सतिदर मोहन कुमार, निफ़ा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना व महासचिव प्रवेश गाबा ने भी पूरे प्रकरण को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए केंद्रीय स्मृति ईरानी से मामले का संज्ञान लेने की मांग की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.