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दूसरी बार विधायक बनने पर कल्याण को मिल सकता है मंत्री पद!

लगभग 24 साल के बाद घरौंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हरविद्र कल्याण को मंत्रिमंडल में स्थान मिलने की संभावना जताई जा रही है। राजनीतिक गलियारों व सोशल मीडिया पर विधायक के मंत्री बनने की चर्चाएं जोरों पर हैं

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 09:14 AM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 09:14 AM (IST)
दूसरी बार विधायक बनने पर कल्याण को मिल सकता है मंत्री पद!
दूसरी बार विधायक बनने पर कल्याण को मिल सकता है मंत्री पद!

संवाद सहयोगी, घरौंडा : लगभग 24 साल के बाद घरौंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हरविद्र कल्याण को मंत्रिमंडल में स्थान मिलने की संभावना जताई जा रही है। राजनीतिक गलियारों व सोशल मीडिया पर विधायक के मंत्री बनने की चर्चाएं जोरों पर हैं। वहीं लोगों में विधानसभा क्षेत्र में मंत्री पद आने की उत्सुकता पूरी तरह से दिखाई दे रही है। विधायक कल्याण के मंत्री बनने का लोगों का सपना पूरा होगा या नहीं ये अभी समय के गर्भ में है, लेकिन जनता को उम्मीद पूरी दिखाई दे रही है। घरौंडा विधानसभा क्षेत्र से हरविद्र कल्याण दूसरी विधायक बार चुने गए हैं। बीजेपी की सरकार बनने के बाद विधायक हरविद्र कल्याण का नाम मंत्रिमंडल की लिस्ट में आने की चर्चाएं शुरू हो गई थी।

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लोगों ने प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल से विधायक हरविद्र कल्याण को मंत्री बनाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि हाईकमान की झंडी मिलने दो। इसके बाद सीएम मुस्कुराकर चले गए थे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 13 नवंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है। अगर विधायक कल्याण को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया तो लगभग 24 सालों के बाद विधानसभा क्षेत्र को मंत्री पद मिलेगा। इससे पूर्व सन 1991 में कांग्रेस पार्टी से जीते कंवर रामपाल को मंत्री बनाया गया था। उसके बाद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का प्रत्याशी भी जीत नहीं सका। 24 सालों के कार्यकाल में दस साल तक विधानसभा क्षेत्र में विधायकों ने विपक्ष की भूमिका निभाई।

2000 में रमेश राणा इनेलो सरकार के विधायक वही 1996 में रमेश कश्यप गठबंधन की सरकार में विधायक रहे। लोगों का मानना है कि कही न कही विधायक हरविद्र कल्याण ने उसके सरल-सहज स्वभाव व विकास कार्यों पर हलके की जनता ने उन्हें दोबारा विधायक चुना है। लोगों कहना है कि बीजेपी सरकार में विधायक की अच्छी पकड़ है और उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। अगर विधायक को मंत्री पद मिलता है तो विधानसभा क्षेत्र की कायापलट हो जाएगी। ----बॉक्स----ये रहा 1996 से 2019 तक का कार्यकाल।

वर्ष 1991 से 1996 तक कंवर रामपाल विधायक व मंत्री रहे। वर्ष 1996 में रमेश कश्यप विधायक बने, लेकिन हरियाणा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन बने।वर्ष 2000 में रमेश राणा विधायक बने और इनेलो की सरकार बनी, लेकिन कोई पद नही मिला।वर्ष 2005 में रेखा राणा को इनेलो से टिकट मिला, लेकिन सरकार कांग्रेस की बनी।वर्ष 2009 में इनेलो से नरेंद्र सांगवान विधायक बने, लेकिन सरकार कांग्रेस की बनी।वर्ष 2014 में बीजेपी से हरविद्र कल्याण विधायक बने और सरकार में चेयरमैन रहे।वर्ष 2019 में फिर हरविद्र कल्याण बीजेपी से ही विधायक बने और अब मंत्रिमण्डल में स्थान मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।


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