कोरोना की चेन तोड़ने में जुटा प्रशासनिक अमला, बैड की संख्या में भी इजाफा
कोरोना को मात देने के लिए जिला प्रशासन बरत रहा पूरी सतर्कता।
फोटो---12 नंबर है। - कोरोना से बचाना है - कोरोना को मात देने के लिए जिला प्रशासन की ओर से हरसंभव प्रयास, 75 वेंटीलेटर की व्यवस्था, 500 बेड पर आक्सीजन का इंतजाम जागरण संवाददाता, करनाल: जिले में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है। लगातार चिताजनक हो रहे हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित कर दिया था। यहां 500 बेड की व्यवस्था की गई है। जबकि इससे पहले 150 बेड को कोविड मरीजों के लिए रखा गया था। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में नॉन कोविड मरीजों को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया जा रहा है। हालांकि केसीजीएमसी की ओपीडी को ब्रेक नहीं लगे हैं। वह लगातार चल रही है। सिर्फ आइपीडी की स्थिति में बदलाव किया गया है। मेडिकल कालेज में 500 बेड पर आक्सीजन उपलब्ध है। यहां 75 वेंटीलेटर की सुविधा दी गई है। इनमें अभी तक सात वेंटीलेटर को प्रयोग में लाया जा रहा है। कोरोना के प्राइवेट इलाज की व्यवस्था
सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने बताया कि चौड़ा बाजार स्थित अमृतधारा माइ अस्पताल में भी कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज हो सकेगा। यदि कोई प्राइवेट इलाज लेना चाहता है तो वह यहां पर दाखिल हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में इलाज की व्यवस्था पहले से की गई है। इसके अलावा एनएबीएच अस्पतालों को टेस्टिग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कुल 26 एंबुलेंस का बेड़ा, 12 कोविड ड्यूटी में
फ्लीट मैनेजर गोपाल शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के पास इस समय कुल 26 एंबुलेंस की व्यवस्था है। इनमें चार एंबुलेंस को सैंपलिग वैन में कन्वर्ट किया गया है, जो हॉटस्पॉट सेंटरों पर जाकर सैंपल लेती हैं। दो एंबुलेंस को मोर्चरी वैन में कन्वर्ट किया गया है। इसके अलावा छह एंबुलेंस को कोविड के मरीजों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए रखा गया है। बची 14 एंबुलेंस दूसरी सेवाओं में लगी हुई हैं। कोविड सेंटरों को लेकर भ्रम की स्थिति
डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि कोविड सेंटरों के संदर्भ में कुछ लोगों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है। वास्तविकता यह है कि वहां कोविड के मरीज को जो जरूरी सुविधाएं दी जानी चाहिए, वह सभी दी जा रही हैं। लोगों को कोरोना की जांच कराने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। वह लोगों से आग्रह करते हैं कि आशंकित लोग कोरोना की जांच कराएं। लोगों को होम आइसोलेट भी किया जा रहा है।