मंडी तक पहुंचने वाली सड़कें खस्ताहाल, किसान परेशान
शहर को गांवों से जोड़ने वाली मार्केटिग बोर्ड की करीब आधा दर्जन सड़कें खस्ताहाल हैं। सड़कों के अधूरे पड़े निर्माण के कारण मंडी में फसल लेकर आ रहे किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों के गड्ढे और पत्थर हादसों को न्योता दे रहे हैं।
संवाद सहयोगी, घरौंडा : शहर को गांवों से जोड़ने वाली मार्केटिग बोर्ड की करीब आधा दर्जन सड़कें खस्ताहाल हैं। सड़कों के अधूरे पड़े निर्माण के कारण मंडी में फसल लेकर आ रहे किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों के गड्ढे और पत्थर हादसों को न्योता दे रहे हैं। इन सड़कों से आवागमन करना वाहन चालकों के लिए जोखिम भरा है।
किसानों की फसल पर मिलने वाली मार्केट फीस से मोटा राजस्व कमाने वाला मार्केटिग बोर्ड धान के सीजन में किसानों की सुध नहीं ले रहा है। शहर के पूर्व, उत्तर व दक्षिण दिशा के दर्जनों गांवो की करीब आधा दर्जन सड़क मार्ग खस्ताहाल स्थिति में है। किसान फूल सिंह, रामसिंह, सुरेंद्र राणा, मोहन लाल का कहना है कि मंडी तक पहुंचने वाली सड़कें खराब हैं, जिस वजह से धान से भरी ट्राली को मंडी ले जाने में परेशानी होती है। गड्ढों और पत्थरों से बचने के लिए कछुवा चाल से ट्रैक्टर चलाना पड़ता है। बाइक चालक घनश्याम, कमलेश, हरिओम ने कहा कि अधूरे हालातों में पड़ी इन सड़कों से धूल उड़ती रहती है। पत्थरों के कारण बाइक का नियंत्रण बिगड़ता है। ये सड़क पड़ी हैं अधूरी
सड़कों के खस्ताहाल को देखते हुए करीब चार माह पहले मार्केटिग बोर्ड ने पांच सड़कों का निर्माण शुरू किया था। हसनपुर से घरौंडा मंडी, बसताड़ा से साई मंदिर, पनोड़ी से अराईपुरा रोड, शेखपुरा से खोराखेडी व जडौली से अराईपुरा रोड तक की सड़क का निर्माण बीते चार माह से अधर में लटका हुआ है। जून महीने के बाद विभाग ने ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया, जिस वजह से इन सड़कों पर मिट्टी और रोड़ा डालकर ठेकेदार ने काम बंद कर दिया। अब ये अधूरी पड़ी सड़कें लोगों के जी का जंजाल बन चुकी हैं। मार्केटिग बोर्ड पांच सड़कों का निर्माण करवा रहा है। सड़को पर सिर्फ कारपेटिग का काम बाकी है। जून महीने बाद भुगतान नहीं हुआ, जिस वजह सड़कों का कार्य कुछ लंबित हुआ है। जल्द ही सभी सड़कों का कार्य पूरा हो जाएगा।
जेई रमन, मार्केटिग बोर्ड