सड़कों पर दौड़ीं 138 बसें, अब तक 16 ड्राइवर बर्खास्त
जागरण संवाददाता, करनाल हड़ताल पर गए रोडवेज कर्मचारी 11वें दिन भी हड़ताल पर रहे, लेकिन हड़ताल का कोई ज्यादा असर देखने को नहीं मिला। शुक्रवार को हरियाणा रोडवेज की 138 बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ी। इस दौरान प्राइवेट बसें भी चलीं। हड़ताल के असर को कम करने के लिए अधिकारियों ने पूरा जोर लगा रखा है।
जागरण संवाददाता, करनाल
हड़ताल पर गए रोडवेज कर्मचारी 11वें दिन भी हड़ताल पर रहे, लेकिन हड़ताल का कोई ज्यादा असर देखने को नहीं मिला। शुक्रवार को हरियाणा रोडवेज की 138 बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ी। इस दौरान प्राइवेट बसें भी चलीं। हड़ताल के असर को कम करने के लिए अधिकारियों ने पूरा जोर लगा रखा है। कई दिन से विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को हायर कर बसों को चलाया जा रहा है। वीरवार को 11 हड़ताली कर्मचारी ड्यूटी पर लौटे थे, लेकिन शुक्रवार को पांच कर्मचारी ही आए। हालांकि उनकी छानबीन की जा रही है कि ऐसा क्यों हुआ? जीएम रोडवेज प्रद्युमन ¨सह ने कहा कि शुक्रवार को सभी रूटों पर बसें चली हैं। हड़ताल के कारण कोई परेशान नहीं है। पूरी स्थिति पर नियंत्रण किया हुआ है। जीएम ने कहा कि उनकी प्राथमिकता पहले हरियाणा के यात्रियों की दिक्कतें दूर करना है, ऐसे में करनाल की बसों को हरियाणा से बाहर नहीं भेजा गया। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 16 ड्राइवरों को टर्मिनेट किया गया है। इधर कर्मचारी नेताओं ने भी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की है। 29 अक्टूबर तक हड़ताल को बढ़ाया गया है। 11 कर्मचारी भूख-हड़ताल पर गए हैं। कर्मचारियों ने धरने पर कहा कि जब तक सरकार 720 बसों के परमिट को रद नहीं करती, उनका आंदोलन जारी रहेगा। अंतिम तिथि : आवेदन जमा कराने वालों का लगा तांता
शुक्रवार को आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत आवेदन जमा कराने वालों का तांता लगा रहा। जिन्होंने आवेदन जमा कराए उनकी साथ के साथ एनाउंसमेंट की गई। सुबह से लेकर शाम पांच बजे तक फार्म जमा कराने वाले युवा लाइन में लगे रहे। पास काउंटर के समीप युवाओं ने आवेदन जमा कराए।