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प्रापर्टी टैक्स अदा नहीं करने पर माल, बैंक्वेट हाल व फैक्ट्री सहित 11 व्यापारिक प्रतिष्ठान सील

जागरण संवाददाता करनाल प्रापर्टी टैक्स डिफाल्टरों और अनाधिकृत रूप से निर्माण करने व

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 11:21 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 11:21 PM (IST)
प्रापर्टी टैक्स अदा नहीं करने पर माल, बैंक्वेट हाल व फैक्ट्री सहित 11 व्यापारिक प्रतिष्ठान सील
प्रापर्टी टैक्स अदा नहीं करने पर माल, बैंक्वेट हाल व फैक्ट्री सहित 11 व्यापारिक प्रतिष्ठान सील

जागरण संवाददाता, करनाल :

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प्रापर्टी टैक्स डिफाल्टरों और अनाधिकृत रूप से निर्माण करने वालों के खिलाफ नगर निगम एक्शन मोड में रहा। निगम की ओर से दिनभर चली कार्रवाई में प्रापर्टी टैक्स डिफाल्टर में शामिल एक शापिग माल, बैंक्वेट हाल, दुकानें और एक फैक्ट्री को सील कर दिया गया, जबकि भवन निरीक्षण शाखा से जुड़े एक मामले में तीन मंजिला भवन को सील करने के साथ-साथ एक कालोनी में दुकान पर लगे टावर को सील कर दिया गया। टावर को वाइंडअप करने के लिए एजेंसी को नोटिस जारी किया गया। कार्रवाई नगर निगम के आयुक्त डा. मनोज कुमार के निर्देश पर की गई। प्रापर्टी टैक्स डिफाल्टरों की ओर कुल 63 लाख 83887 रुपपये लंबे समय से बकाया थे। सील की कार्रवाई से बचने के लिए सुपर माल के एक दुकानदार, संजय कालोनी में एक दुकान व डेयरी के मालिक तथा मधुबन के पास बैंक्वट हाल के मालिक ने अपनी साख बचाने के लिए मौके पर टीम को चैक थमा दिए। इस तरह से इस कार्रवाई में निगम के खजाने में 25 लाख 62905 रुपये आ गए।

कार्रवाई में तहसीलदार करनाल राजबक्श ड्यूटी मजिस्ट्रेट थे और डीटीपी विक्रम कुमार, ईओ देवेंद्र नरवाल, भवन निरीक्षक विकास अरोड़ा व कर अधीक्षक गगनदीप सिंह ने पुलिस की उपस्थिति में सील करने की कार्रवाई को अंजाम दिया। किसी भी जगह नगर निगम की टीम का विरोध नहीं हुआ। ----------------------------

इन मामलों में हुई कार्रवाई नगर निगम आयुक्त डा. मनोज कुमार ने खुलासा करते बताया कि शहर के सुपर माल में छह दुकानो के मालिक प्रापर्टी टैक्स के डिफाल्टर थे। इनकी तरफ कुल चार लाख 10 हजार रुपये का टैक्स बकाया था। सभी दुकानों को सील कर दिया गया, हालांकि एक दुकान के मालिक ने शाम के समय निगम में आकर 88 हजार रुपये जमा करवाकर अपनी सील खुलवा ली। दूसरी ओर हर्षा केथ्रीसी माल का मालिक सात लाख 82952 रूपये का टैक्स डिफाल्टर था, इसके चलते पूरा माल सील कर दिया गया। इसके पश्चात टीम ने दयानंद कॉलोनी का रूख करके जीटी रोड पर बने एक बैंक्वेट हाल को सील कर दिया। इसके मालिक की ओर 8 लाख 69734 रुपये बकाया थे। जबकि मधुबन के पास एक अन्य बैंक्वेट की तरफ 16 लाख 7907 रुपये बकाया थे, जैसे ही सील करने की कार्रवाई प्रारंभ हुई तो प्रापर्टी मालिक ने मौके पर सारी राशि का चैक निगम की टीम का थमा दिया। इंद्रा कालेानी में एक बारदाना फैक्ट्री की तरफ नौ लाख 64 हजार 85 रुपये काफी समय से बकाया थे। फैक्ट्री को सील कर दिया। बजीदा रोड पर मंगल कालोनी में तीन दुकानों को सील कर दिया गया। संजय कालोनी में एक डेयरी और दुकान के मालिक भी टैक्स डिफाल्टर थे और इनकी तरफ 8 लाख 66 70 रुपये बकाया पड़े थे। इसके मालिक ने मौके पर ही चैक दे दिया। भवन निर्माण शाखा से संबंधित दो मामलों में कार्रवाई निगमायुक्त ने बताया कि कार्रवाई में दो मामले भवन निर्माण शाखा से संबंधित थे। जाटों गेट के सामने प्रापर्टी मालिक ने आवासीय नक्शा पास करवाकर तीन मंजिला भवन बनाया और कमर्शियल गतिविधियां शुरू कर दीं। मामला निगम के संज्ञान में आया तो प्रापर्टी मालिक को नोटिस दिए गए, लेकिन जवाब नहीं मिला। भवन को सील कर दिया गया। ऋषि नगर गऊशाला रोड पर रिहायशी इलाके के एक भवन के ऊपर कम्पनी की ओर से टावर लगाया गया था। टावर लगाने वाले ने टावर लगी दुकान को एक अन्य व्यक्ति को बेच दिया। आसपास के दुकानदार टावर लगाए जाने का एतराज कर रहे थे, जो किसी भी समय गिरकर जान-माल को नुकसान पहुंचा सकता था। टावर को सील कर दिया गया।


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