युवा पीढ़ी को अपने गौरवमयी इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए : सुभाष राणा
बात्ता गांव में राजपूत समाज की तरफ से क्षत्रिय सम्राट मिहीरभोज प्रतिहार की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुभाष राणा ने कहा कि समाज की युवा पीढ़ी को अपने गौरवमयी इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने सम्राट मिहिर भोज के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि किस प्रकार उन्होंने ना सिर्फ चक्रवर्ती सम्राट की हैसियत प्राप्त की बल्कि न्याय प्रिय शासक के रूप में जनता का दिल भी जीता
संवाद सहयोगी, कलायत : बात्ता गांव में राजपूत समाज की तरफ से क्षत्रिय सम्राट मिहीरभोज प्रतिहार की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुभाष राणा ने कहा कि समाज की युवा पीढ़ी को अपने गौरवमयी इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने सम्राट मिहिर भोज के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि किस प्रकार उन्होंने ना सिर्फ चक्रवर्ती सम्राट की हैसियत प्राप्त की बल्कि न्याय प्रिय शासक के रूप में जनता का दिल भी जीता। मिहिर भोज बहुत बहादुर सम्राट थे। प्रतिहार वंश के मिहिर भोज अखंड भारत के महानतम सम्राटों में से एक थे। सम्राट मिहिर भोज के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। समाज को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने समाज में शिक्षा व्यवस्था पर जोर देने की मंशा जाहिर की। उन्होंने बताया कि एक सभ्य एवं विकसित समाज की स्थापना करने में शिक्षा एक कारगर माध्यम बन सकती है। इस अवसर पर पवन सरपंच, जरनैल सिंह, मोहन राणा, नकुल राणा, वीरेन्द्र सिंह, वेदपाल राणा, संजीव राणा, कुशल आर्य, नरेंद्र सिंह, साहिल राणा, अनुराग राणा, प्रवीण आर्य, दीपक अजीत राणा, अनुज राणा, सोनू राणा मौजूद थे।