ये हैं ट्री मैन, पौधों के प्रति इतना प्यार... अंतिम संस्कार में लकड़ी न जले इसलिए कर दिया शरीर दान
ये हैं ट्री मैन राकेश कुमार। पर्यावरण के प्रति इनको इतना लगाव है कि इन्होंने अंतिम संस्कार में लकड़ी न जले इस सोच से अपना शरीर पीजीआइ को दान कर दिया।
कैथल [सुनील जांगड़ा]। World Environment Day 2020: पर्यावरण बचाने के लिए सरकार और आम नागरिक भी मिलकर काम कर रहे हैं। ढांड निवासी संस्कृत अध्यापक राकेश कुमार को कैथल का ट्री-मैन कहा जाता है। इस समय संगरौली के राजकीय स्कूल में कार्यरत हैं। राकेश कुमार करीब 22 सालों से सार्वजनिक स्थानों पर पौधे लगा रहे हैं। हर साल करीब 700 पौधे लगाते हैं और दूसरों को बांटते हैं।
उन्होंने बताया कि संस्कार में लकड़ी न जलानी पड़े, इसलिए उन्होंने अपना और अपनी पत्नी ऋतु का शरीर चंडीगढ़ पीजीआइ में दान करने के लिए फार्म भरा हुआ है। वे अपने घर की छत और आंगन में ही पौधे तैयार करते हैं और करीब दो घंटे पौधों की देखभाल में लगाते हैं। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, स्कूल, कॉलेज, मंदिर, अस्पताल और गलियों में हर वर्ष पौधे लगा रहे हैं।
बच्चों को बीज से पौधे तैयार करने का होमवर्क
राकेश कुमार ने बताया कि वे स्कूल में गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को बीज से पौधे तैयार करने का होमवर्क देते हैं। पहले उन्हें बीज से पौध तैयार करने की विधि बताते हैं। स्कूल में बच्चों के अभिभावकों व ग्रामीणों को निशुल्क पौधे वितरित करते हैं। समय-समय पर छात्रों की सहायता से पर्यावरण बचाने और पौधे लगाने को लेकर जागरूकता रैली भी निकालते हैं। कुछ पौधे वे सरकारी नर्सरी से लेते हैं और कुछ घर में ही तैयार करते हैं।
इस घटना से बनाया अभियान
राकेश कुमार ने बताया कि करीब 22 साल पहले उन्होंने फानों में आग लगी देखी और उस आग से फानों के साथ आस-पास के पौधे भी जल रहे थे। धुंए से पर्यावरण भी दूषित हो रहा था। उसी दिन से उन्होंने पर्यावरण को बचाने और अधिक से अधिक पौधे लगाने का निश्चय कर लिया था।
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