कैथल में घर में चल रही सेनिटाइजर फैक्टरी का भंडाफोड़, गुरुग्राम व अंबाला में होती थी सप्लाई
कैथल में एक घर में सेनिटाइजर तैयार किया जा रहा था। इसे कैथल गुरुग्राम और अंबाला में सप्लाई किया जाता था। छापामारी कर इसका भंडाफोड़ किया गया।
कैथल [सुनील जांगड़ा]। शहर के मेन बाजार में सीआइए-वन थाना के पीछे अग्रवाल धर्मशाला के पास करीब दो महीने से घर में ही भारी मात्रा में सेनिटाइजर तैयार किया जा रहा था। गुप्त सूचना मिलने के बाद सीआइए-वन और सिटी थाना पुलिस ने छापेमारी की।
घर के आगे गिफ्ट गैलरी की दुकान थी और घर के ऊपर भारी मात्रा में सेनिटाइजर तैयार किया जा रहा था। पूछताछ में सामने आया कि मकान मालिक की ओर से सेनिटाइजर बनाने को लेकर अनुमति भी नहीं ली गई थी। मौके पर 50 मिलीलीटर से पांच लीटर तक की बोतलें बरामद की गई हैं। कुछ बाेतलों पर अलग-अलग ब्रांड के मार्के लगे हुए थे। मकान की छत पर करीब 20 बड़े ड्रम मिले हैं। हजारों की संख्या में खाली बाेतलें पाई गई हैं। सेनिटाइजर की सप्लाई कैथल, गुरुग्राम और अंबाला में की जाती थी। मौके पर करीब चार से पांच लाख रुपये कीमत का सेनिटाइजर बरामद किया गया है।
घर में होता था तैयार
सेनिटाइजर तैयार करने के लिए दिल्ली से केमिकल मंगवाए जाते थे। उन्हें लाकर घर में ही इसे तैयार किया जा रहा था। ड्रम में ही केमिकलों को मिलाकर सेनिटाइजर तैयार किया जा रहा था। इसके अलावा घर में पीपीई किट, मास्क, थर्मल स्केनर के भी कुछ पैकेट पाए गए हैं।
तीन घंटे तक इंतजार करती रही टीम
सीआइए टीम करीब साढ़े दस बजे मौके पर पहुंच गई थी। मकान मालिक से टीम ने पूछताछ की और साथ ही ड्रग विभाग को भी सूचना दे दी गई। विभाग की ओर से जांच करनी थी कि सेनिटाइजर नकली है या असली। बार-बार फोन करने के बाद भी करीब तीन घंटे बाद ड्रग विभाग का एक कर्मचारी मौके पर पहुंचा। उसने भी इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। शाम तक भी ड्रग विभाग की टीम यह जांच नहीं कर पाई कि सेनिटाइजर असली है या नकली।
सीआइए वन प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि मेन बाजार में अग्रवाल धर्मशाला के पास भारी मात्रा में सेनिटाइजर तैयार किया जा रहा है। टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की और ड्रग विभाग के कर्मचारियों को भी बुला लिया गया था। मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है।