छठ महापर्व पर महिलाओं ने किया खरना, अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य आज
आस्था का महापर्व छठ बृहस्पतिवार से शुरू हो गया है। शहर में जन विकास सेवा समिति की ओर से शीतलपुरी घाट पर छठ का महापर्व मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में समिति की ओर से शनिवार को छठ माता का जागरण आयोजित किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, कैथल : आस्था का महापर्व छठ बृहस्पतिवार से शुरू हो गया है। शहर में जन विकास सेवा समिति की ओर से शीतलपुरी घाट पर छठ का महापर्व मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में समिति की ओर से शनिवार को छठ माता का जागरण आयोजित किया जाएगा। पर्व मना रहे परिवारों की व्रती महिलाओं ने खरना व्रत रखा। महिलाओं ने दिन भर निर्जला उपवास कर शाम के समय स्नान के बाद अरवा चावल का खीर, रोटियां और सब्जियों में आलू, गोभी और मटर, पनीर की सब्जी सहित अन्य पौष्टिक व्यंजन बनाए। शाम के समय भगवान सूर्य की पूजा करने के बाद प्रसाद ग्रहण किया। पूजा के बाद प्रसाद परिवार के सदस्यों और आसपास के लोगों में वितरित किया गया।
पर्व को लेकर लोगों में विशेष उत्साह का माहौल है। शीतलपुरी तालाब पर पर्व मनाया जाएगा। यहां तैयारी जोरों पर चल रही हैं। वहीं पुलिस प्रशासन की तरफ से भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सिटी थाना एसएचओ प्रदीप कुमार ने बताया कि महिला कर्मचारियों की भी अलग-अलग प्वाइंटों पर डृयूटी रहेगी। संदिग्ध लोगों पर खास नजर रहेगी।
महिलाएं आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्पित करेगी पहला अर्घ्य :
पर्व के दौरान व्रती महिलाएं शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्ध्य अर्पित करेंगी। रविवार को उदयगामी सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही महापर्व का समापन हो जाएगा। उधर, इस पर्व को लेकर बाजार में काफी भीड़ रही। खास कर पूजा के सामानों को लेकर देर रात खरीददारी हुई। बाजार में फल एवं छठ के सामानों की दुकानें एक दिन पहले से ही सज गई है।
पवित्र है छठ का महापर्व :
व्रत रखने वाली महिला शीला देवी ने बताया कि छठ का महापर्व काफी पवित्र पर्व है। इस पर्व में तीन दिनों तक निर्जला उपवास रखा जाता है। शीला ने बताया कि छठ पर्व पर व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इसलिए वे लंबे समय से छठ पर्व पर व्रत कर रही है।
छठी मइया का जागरण आज:
जन विकास सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. बीएन शास्त्री ने बताया कि समिति पिछले चार वर्ष से छठ पर्व मना रही है। इस बार चौथा छठ पर्व मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शनिवार को छठी मइया का जागरण आयोजित किया जाएगा। इसमें कई प्रसिद्ध गायक छठी मईया का गुणगान कर समां बांधेंगे। शास्त्री ने बताया कि छठ का महापर्व बेहद पवित्र पर्व है। इस पर्व को पूर्वाचल में सबसे अधिक मनाया जाता है। जागरण से अगले दिन सूर्याेदय के समय सूर्य को अर्घ्य दे पर्व संपन्न होगा।