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प्रदूषण को रोकने के लिए सामाजिक रूप से आगे आना होगा: डीसी सुजान सिंह

खंड सीवन के गांव सरबजीत फार्म प्रेमपुरा में आत्मा स्कीम के तहत एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि के रूप में डीसी सुजान सिंह ने शिरकत की। संचालन कृषि उपनिदेशक डा.कर्मचंद ने किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 06:21 AM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 06:21 AM (IST)
प्रदूषण को रोकने के लिए सामाजिक रूप से आगे आना होगा: डीसी सुजान सिंह
प्रदूषण को रोकने के लिए सामाजिक रूप से आगे आना होगा: डीसी सुजान सिंह

संवाद सहयोगी, सीवन: खंड सीवन के गांव सरबजीत फार्म प्रेमपुरा में आत्मा स्कीम के तहत एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि के रूप में डीसी सुजान सिंह ने शिरकत की। संचालन कृषि उपनिदेशक डा.कर्मचंद ने किया। डीसी ने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए, जमीनों की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिए हम सभी को सामाजिक रूप सभी को आगे आना होगा, तभी हम अपनी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण प्रदान कर सकते हैं। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी भी है। किसान को अब अवशेषों में आग लगाने की प्रथा को खत्म करना होगा। इससे पहले उन्होंने फसल अवशेष प्रबंधन के लिए मशीनों का लाइव डैमो भी देखा। उन्होंने कहा कि किसान फसल अवशेष प्रबंधन और अवशेष नहीं जलाने की दिशा में अपना सकारात्मक सहयोग दें। पिछले वर्षो की तुलना में फाने जलाने की घटनाओं में कमी आई है। किसानों का समय बहुत कीमती है, एक फसल से दूसरी फसल के लिए कम समय होता है।

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मशीनों पर दिया जा रहा है अनुदान पर

कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. कर्मचंद ने बताया कि सरकार द्वारा मशीनों को अनुदान पर दिया जा रहा है, जिसके तहत व्यक्तिगत 50 प्रतिशत तथा कॉमन हायरिग सेंटर को 80 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाता है। सरकार व प्रशासन के साथ-साथ किसानों का सहयोग होना भी बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन के तहत मिलने वाले किसानों के सुझावों को मुख्यालय स्तर पर भेजा जाता है, जिस पर किसानों के हितों के लिए समय-समय पर फैसले भी लिए जा रहे हैं।

86 लोगों पर जुर्माना लगाया गया

अब तक जिला 226 जगहों पर आग लगाने की मिली सूचना प्राप्त हुई है, जिसमें से 106 जगहों पर पुष्टि हो चुकी है। 86 लोगों पर जुर्माना लगाया गया है, जिसके तहत दो लाख 15 हजार रुपये की वसूली की गई है। यही नहीं 17 किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज भी गई है। डा. गीतांजलि कौशिक ने कहा कि पिछले सालों की अपेक्षा वायु प्रदूषण काफी कम हुआ है। यह कार्य सरकार, प्रशासन व आमजन के सहयोग से हुआ है। इन सीटू व एक्स सीटू के माध्यम से फसल अवशेष प्रबंधन पर कार्य किया जा रहा है और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। किसानों को व्यक्तिगत आधार पर अनुदान मशीनों को खरीदकर पोर्टल पर दस्तावेज 19 अक्टूबर तक अपलोड कर सकते हैं। जिला के ऐसे 192 गांव भी है, जहां अभी तक कोई भी अवशेषों में आग नही लगाई है। इस अवसर पर एसडीओ सतीश नारा, प्रगतिशील किसान महेंद्र सिंह रसीना, सुखदेव प्रभोत, लक्ष्मी आनंद व सज्जन सिंह ने भी अपने विचार रखें।


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