3400 किसानों ने कराया मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन
मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने में किसानों को काफी समस्याएं आ रही है। सरकार की ओर से रजिस्ट्रेशन के लिए किसानों को 30 दिसंबर तक का समय दिया गया है। इसके तहत अब मंडी में फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया है। बता दें कि सरकार के नियमों के अनुसार किसान को इस योजना का लाभ उठाने के लिए जमीन के मालिकाना हक की जानकारी देना जरूरी है। जमीन की जानकारी देने के लिए फरद निकलवना भी जरूरी है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने में किसानों को काफी समस्याएं आ रही है। सरकार की ओर से रजिस्ट्रेशन के लिए किसानों को 30 दिसंबर तक का समय दिया गया है। इसके तहत अब मंडी में फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया है। बता दें कि सरकार के नियमों के अनुसार किसान को इस योजना का लाभ उठाने के लिए जमीन के मालिकाना हक की जानकारी देना जरूरी है। जमीन की जानकारी देने के लिए फरद निकलवना भी जरूरी है। लेकिन मार्केट कमेटी कार्यालय में पहुंच रहे किसानों का आरोप है कि पटवारियों की ओर से दी जाने वाली जमीन की फरद निकलवाने के लिए उन्हें काफी अधिक राशि खर्च करनी पड़ रही है।
किसानों का कहना है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए एक हजार से लेकर 2500 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। बिना रजिस्ट्रेशन करवाए किसानों की ओर से सरकार को फसल नहीं बेची जा सकेगी। फसलों के क्रम अनुसार इस समय गेहूं व सरसों की फसल का रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा है।
ब्लाकों में करीब 10 हजार किसान
जिला में सभी ब्लाकों में करीब 10 हजार किसान है। जिसमें से अब तक 3400 किसानों ने अब तक इस योजना के तहत अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। जिला के ब्लॉक कैथल में 852, ढांड में 413, फतेहपुर पूंडरी में 835, गुहला में 548, कलायत में 245, राजौंद में 94 और सीवन में 429 किसानों ने इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवाया है।
आ रही है परेशानी :
मार्केट कमेटी में योजना के तहत गांव हरिपुरा से पहुंचे किसान बलविद्र सिंह ने बताया कि वह योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवाने आया था, लेकिन इस योजना में जमीन की फरद देना जरूरी है। उसने बताया कि जब वह पटवारी के पास फरद निकलवाने के लिए गया था। लेकिन पटवारी ने केवल उसकी जमीन की फरद देने से मना कर दिया। अब बिना फरद के योजना के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है। काफी परेशानी हो रही है।
समस्या का हो समाधान :
शहरवासी संदीप सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से लागू की गई इस योजना में किसानों की ओर से बेची गई फसल की राशि चेक के माध्यम से की जाएगी। चेक के माध्यम से दी जाने वाली यह योजना ठीक नहीं है। इससे किसानों को काफी परेशानी आएगी। सरकार को इस योजना में इसका कोई स्थायी समाधान तलाशना चाहिए। जिससे किसानों की परेशान कम हो सके।
यह मार्केट कमेटी के अधीन नहीं :
मार्केट कमेटी सचिव दलेल सिंह ने बताया कि मेरी फसल, मेरा ब्योरा योजना के तहत मार्केट कमेटी कार्यालय में किसानों के योजना के तहत रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। किसानों को जमीन की फरद पटवारी की ओर से निकाली जानी है। जमीन की फरद निकालने की समस्या मार्केट कमेटी के अधीन नहीं है। कमेटी की ओर से किसानों का रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा है।