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दो नए महिला कालेजों को 480 सीटें मिलने की संभावना

इस बार जिले में बनने दोनों नए महिला कॉलेज में विभिन्न संकाय की 480 सीटें मिलने की संभावना है। चक्कू लदाना में शुरुआती चरण में बीए और बीकॉम के संकाय में ही सीटे मिलने की उम्मीद है। जबकि राजौंद में मेडिकल और नॉन मेडिकल संकाय में सीटें मिलने के आसार हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 06:20 AM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 06:20 AM (IST)
दो नए महिला कालेजों को 480 सीटें मिलने की संभावना
दो नए महिला कालेजों को 480 सीटें मिलने की संभावना

कमल बहल, कैथल : इस बार जिले में बनने दोनों नए महिला कॉलेज में विभिन्न संकाय की 480 सीटें मिलने की संभावना है। चक्कू लदाना में शुरुआती चरण में बीए और बीकॉम के संकाय में ही सीटे मिलने की उम्मीद है। जबकि राजौंद में मेडिकल और नॉन मेडिकल संकाय में सीटें मिलने के आसार हैं।

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उच्चतर शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी डा. ऋषिपाल बेदी का कहना है राजौंद में अधिक छात्राओं के दाखिले लेने की संभावना है। यहां आस-पास कोई कॉलेज न होने के चलते शुरूआती सत्र में ही मेडिकल और नॉन मेडिकल संकाय की सीटें लाई जाएंगे। जिससे छात्राएं इसमें अपने मनपंसद का कोर्स कर सकेंगी।

अधिक दूरी तय कर पढ़ती हैं छात्राएं :

राजौंद व इसके आस-पास स्थित छात्राओं को वर्तमान में 35 से 40 किलोमीटर की दूरी तय कर कॉलेज में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है। ऐसे में महिला कॉलेज के शुरू होने के बाद यहां की बेटियों को काफी लाभ मिलेगा। कॉलेज के निर्माण के बाद अब करीब 40 गांवों की छात्राओं को इसका लाभ मिल पाएगा।

मेडिकल और नॉन मेडिकल संकाय से मिलेगी सफलता :

बता दें कि वर्तमान में राजौंद व इसके आस-पास के गांवों की छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। यहां पर केवल सेरधा में एक निजी कॉलेज है। यहां पर मेडिकल और नॉन मेडिकल संकाय नहीं है। ऐसे में सरकारी कन्या कॉलेज में यह संकाय आने से छात्राओं को अपना मुकाम हासिल करने में कोई परेशानी नही होगी।

पंजाब की सीमा से सटा है चक्कू लदाना :

गांव चक्कू लदाना पंजाब की सीमा से सटा है। ऐसे में पटियाला और समाना से दूर चक्कू लदाना से सटे गांव की बेटियां भी यहां पर आसानी से शिक्षा ग्रहण कर पाएंगी। वर्तमान में इस क्षेत्र की बेटियों को 12वीं की पढ़ाई के बाद कैथल और चीका में जाना पड़ता था। अब ऐसा नहीं होगा, वह घर के पास ही अपनी पढ़ाई जारी रख पाएंगी।

13 एकड़ में बनेगा परिसर :

पंचायत की ओर से कॉलेज के लिए 13 एकड़ 5 मरले जमीन उपलब्ध कराई गई है। कालेज का निर्माण कार्य पूरा होने तक इसी सत्र से गांव राजकीय स्कूल में कक्षाएं लगेंगी।

वर्जन : शेडयूल जारी नहीं हुआ

उच्चतर शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी डा. ऋषिपाल बेदी ने बताया कि सीटों को लेकर उनकी ओर से पत्राचार शुरू कर दिया गया है। अभी तक नए सत्र को लेकर दाखिले का शेड्यूल जारी नहीं हुआ है। जल्द ही सीटों की जानकारी भी आ जाएगी। दोनों कॉलेजों में 480 सीटें आने की संभावना है। जिसमें राजौंद में नॉन मेडिकल और मेडिकल संकाय में कोर्स आएंगे।


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