छह फरवरी के चक्का जाम की तैयारी के लिए 21 सदस्यीय कमेटी गठित
छह फरवरी को किए जाने वाले चक्का जाम को सफल बनाने के लिए किसान गांव- गांव घूमकर आंदोलन में शामिल होने का आह्वान करेंगे। इसके लिए किसानों की पंचायत सर्वजात सर्व खाप के कार्यालय में हुई। इसमें किसानों 21 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है जो गांव - गांव जाकर किसानों को चक्का जाम में शामिल होने का आह्वान करेगी
जागरण संवाददाता, कैथल : छह फरवरी को किए जाने वाले चक्का जाम को सफल बनाने के लिए किसान गांव- गांव घूमकर आंदोलन में शामिल होने का आह्वान करेंगे। इसके लिए किसानों की पंचायत सर्वजात सर्व खाप के कार्यालय में हुई। इसमें किसानों 21 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है, जो गांव - गांव जाकर किसानों को चक्का जाम में शामिल होने का आह्वान करेगी। कमेटियों द्वारा किसान नेता इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए किसानों में जोश भरेंगे। किसानों के साथ-साथ अगुआई कर रहे किसान नेताओं के बीच संपर्क स्थापित किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य होशियार गिल व संदीप ने कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
तितरम मोड बनाया मुख्य बिदू
तितरम मोड पर संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से हाइवे पर जाम लगाया जाएगा। यहीं चक्का जाम का मुख्य बिदू रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य इस आंदोलन की अगुवाई करेंगे।
चंदा एकत्रित कर भेजा जाएगा आंदोलन में-
गांव स्तर पर चंदा एकत्रित कर किसान आंदोलन दिल्ली में भेजा जाएगा। गांव में किसानों की तरफ से दूध, राशन सहित सामग्री का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
पुलिस भी कर रही है पूरी तैयारी
किसानों के चक्का जाम को लेकर पुलिस प्रशासन हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रहा है। सभी थाना प्रभारियों से लेकर चौकी इंचार्ज व अन्य पुलिस कर्मियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। चक्का जाम के दौरान डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में हाईवे पर कंपनियों को तैनात किया जाएगा। पुलिस पीसीआर भी तैनात की जाएंगी। यहीं नहीं, खुफिया एजेंसियां भी पूरी तरह से अलर्ट कर दी गई और कर्मी किसानों की पल-पल की गतिविधि से उच्चाधिकारियों को अवगत कराएंगी। तीन कृषि कानूनों के विरोध में गुहला चीका में किसानों ने दिया धरना
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका: अखिल भारतीय किसान सभा व भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहा द्वारा संयुक्त रूप से रिलायंस पेट्रोल पंप चीका पर धरना जारी रहा। बरसात के कारण धरना स्थल पर पानी भर जाने के बावजूद भी किसान डटे रहे। धरने की अध्यक्षता लखविद्र सिंह ने की। किसान सभा के जिला सचिव कामरेड करतार सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। इससे किसान किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की तानाशाही नीतियों का विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक कृषि संबंधित तीनों कानून वापस नहीं होते। छह फरवरी को गुहला चीका, अगौंध, कांगथली में भी चक्का जाम होगा। इस मौके पर जसपाल सिंह, कमेटी सदस्य चरणजीत कौर, जसवंत सिंह, बलबीर सिंह मौजूद थे।
खरक गांव के पास चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग पर लगाया जाएगा जाम
संवाद सहयोगी, कलायत: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ छह फरवरी को खरक गांव के पास चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग पर किसानों ने चक्का जाम करने का ऐलान किया है। युवा नेता गुरनाम सहारण ने कहा कि चक्का जाम को लेकर संगठन ने ठोस रणनीति तय की है। इसके तहत बड़ी संख्या में किसान नेशनल हाइवे पर एकजुट होकर आवाज बुलंद करेंगे। लोकतांत्रिक मर्यादाओं की पालना करते हुए विरोध-प्रदर्शन चलेगा। किसानों का कहना है कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।