गीता का अमर संदेश आज भी प्रासंगिक
तीन दिवसीय गीता जयंती महोत्सव की कड़ी में शुक्रवार को आरकेएसडी कॉलेज में सेमिनार की शुरूआत हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुहला की एसडीएम व सेमिनार की नोडल अधिकारी शशि वंसुधरा ने की। इस मौके पर एडीसी राहुल हुड्डा ने कहा कि सरकार द्वारा आयोजित गीता जयंती महोत्सव एक महत्वपूर्ण आयोजन है
जागरण संवाददाता, कैथल : तीन दिवसीय गीता जयंती महोत्सव की कड़ी में शुक्रवार को आरकेएसडी कॉलेज में सेमिनार की शुरूआत हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुहला की एसडीएम व सेमिनार की नोडल अधिकारी शशि वंसुधरा ने की। इस मौके पर एडीसी राहुल हुड्डा ने कहा कि सरकार द्वारा आयोजित गीता जयंती महोत्सव एक महत्वपूर्ण आयोजन है। इस आयोजन में हम सभी को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। गुहला की एसडीएम शशि वंसुधरा ने सेमिनार में आए सभी लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा कि गीता जयंती महोत्सव जैसे बड़े आयोजन में शहर की सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं का सहयोग बेहद अहम व प्रशंसनीय है। सेमिनार के दौरान वक्ताओं के श्री मदभागवत गीता पर व्याख्यान दिए।
प्रथम वक्ता दिनेश कुमार ने कहा कि कुरूक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को गीता का अमर संदेश दिया था, जिसके बाद अर्जुन अपने रिश्तेदारों व परिवार के सदस्यों से युद्ध करने को तैयार हुए थे। गीता का यह अमर संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना महाभारत युद्ध के दौरान था। प्राध्यापिका राज रानी ने कहा कि आज का युवा वर्ग आधुनिक तकनीकों के साथ सकारात्मकता से तालमेल नही बैठा पा रहा है, ऐसे में गीता में बताई गई बातें उनके जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के समापन पर एसडीएम शशि वंसुधरा ने सभी वक्ताओं को शॉल, पवित्र ग्रंथ व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सेमिनार का मंच संचालन महेंद्र खन्ना ने किया। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी बिजेंद्र नरवाल, सुरेंद्र सिंह, ऋषिपाल बेदी, प्राचार्य संजय कुमार, इतिहासकार बीबी भारद्वाज, नरेश मित्तल, दिनेश पाठक मौजूद थे।