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धरना स्थल पर किसानों ने सुभाष चंद्र बोस की मनाई जयंती

संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने रिलायंस पेट्रोल पंप जींद रोड पर 32 वें दिन भी धरना जारी रहा। इसकी अध्यक्षता किसान वजीर सिंह तितरम ने की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 06:43 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 06:43 AM (IST)
धरना स्थल पर किसानों ने सुभाष  चंद्र बोस की मनाई जयंती
धरना स्थल पर किसानों ने सुभाष चंद्र बोस की मनाई जयंती

जागरण संवाददाता, कैथल:

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संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने रिलायंस पेट्रोल पंप जींद रोड पर 32 वें दिन भी धरना जारी रहा। इसकी अध्यक्षता किसान वजीर सिंह तितरम ने की।

जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि आंदोलन उस समय तक जारी रहेगा, जब तक कृषि कानून व बिजली बिल 2020 वापस नहीं होते। नेता सुभाष चंद्र बोस की जयंती भी धरना स्थल पर मनाई गई। इसमें आसपास के गांवों से महिलाओं व पुरुष किसानों ने हिस्सा लिया।

उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को धरना स्थल पर ही गणतंत्र दिवस भी मनाया जाएगा। 26 जनवरी की ट्रैक्टर रैली को लेकर गांव- गांव जाकर किसानों व मजदूरों की कमेटियां बनाई जा रही हैं तथा प्रत्येक गांव में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है। 26 जनवरी को संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी तथा तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। पिछले तीन दिनों से विभिन्न गांवों से किसान अपने ट्रैक्टरों सहित दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं। इस मौके पर अशोक शर्मा, रामकली, सीटू के महासचिव जय भगवान मौजूद थे।

कृषि कानूनों के विरोध सीटू ने की बैठक

जासं, कैथल:

मजदूर, स्कीम वर्कर्स व कच्चे कर्मचारियों ने कृषि कानूनों के विरोध जवाहर पार्क में बैठक की। अध्यक्षता सीटू के प्रांतीय महासचिव जय भगवान ने की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों, मजदूरों व कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है। पूंजीपतियों को बेचना चाहती है। खेती व खाद्य सुरक्षा को उजाड़ने वाले कृषि कानूनों को सरकार रद्द नहीं कर रही है। सीटू जिला प्रधान नरेश रोहेड़ा, जिला सचिव सत्यवान ने कहा कि लंबे समय से आंगनबाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स, आशा वर्कर्स, मिड डे मील वर्कर्स, मनरेगा मजदूर, ग्रामीण सफाई कर्मचारी, वन मजदूर, निर्माण मजदूर, भट्ठा मजदूर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों का कोई समाधान नहीं कर रही है। सरकार से मांग करते है कि न्यूनतम वेतन 24 हजार रुपये हो, कच्चे कर्मियों को पक्का किया जाए, मनरेगा में काम मिले, 200 दिन काम 700 रुपये मजदूरी होनी चाहिए। इस मौके पर जय प्रकाश शास्त्री, बसाऊ राम, नीतू, राजबाला, सुभाष, मंगत राम मौजूद थे।

कृषि कानून वापस हो: भूरा राम

संस, ढांड:भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की बैठक ढांड में हुई। अध्यक्षता प्रदेश के महासचिव भूराराम पबनावा ने की। उन्होंने कहा कि गांव-गांव से 25 जनवरी को किसान दिल्ली पहुंचे। पबनावा ने कहा कि किसान व जवान एक ही परिवार से हैं, अगर सरकार ने किसानों की मांगों को दबाने का काम किया, तो किसान इससे किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा। सरकार को ये कानून वापस लेने ही होंगे। सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है।


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