पराली की गांठें बनवाने वाले किसानों को विभाग देगा एक हजार, रजिस्ट्रेशन शुरू
पराली की गांठें बनवाने वाले किसानों को कृषि विभाग एक हजार रुपये प्रति एकड़ देगा। इसके लिए विभाग ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पर रजिस्ट्रेशन करवाना शुरू कर दिया है। विभाग की तरफ से इस साल योजना शुरू की है कि जो किसान अपने खेत में धान के अवशेषों की गांठें बनाकर उसे प्रयोग में लाएंगा।
जागरण संवाददाता, कैथल:
पराली की गांठें बनवाने वाले किसानों को कृषि विभाग एक हजार रुपये प्रति एकड़ देगा। इसके लिए विभाग ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पर रजिस्ट्रेशन करवाना शुरू कर दिया है। विभाग की तरफ से इस साल योजना शुरू की है कि जो किसान अपने खेत में धान के अवशेषों की गांठें बनाकर उसे प्रयोग में लाएंगा। उसे विभाग की तरफ से एक हजार रुपये राशि अनुदान पर दी जाएगी।
ये कागज करवाने होंगे जमा-
पराली की गांठें बनाने वाले किसानों को आधार कार्ड, खेत में बनाई गई गांठों का फोटो, मशीन मालिक का नाम, मशीन का नंबर, पहचान पत्र इत्यादि कागज मेरी फसल मेरा ब्योरा पर रजिस्ट्रेशन कर देने होंगे। उसके बाद कृषि विभाग के कार्यालय में उसे जमा करवाना होगा। फिर कृषि विभाग किसानों को फसल अवशेषों की गांठें बनाने का पैसा देगा।
इस प्रकार राशि दी जाएगी-
किसान ने एक 25 एकड़ धान के अवशेषों की गांठें बनाई है। तो उसे एक हजार रुपये के हिसाब से 25 एकड़ के 25 हजार रुपये देगा।
प्रदूषण व बिजाई का निकलेगा कुछ खर्च-
इस स्कीम से किसान की गेहूं बिजाई का खर्च निकलेगा। प्रदूषण भी होने से बचेगा। जमीन की उर्वरता शक्ति खराब नहीं होगी। किसान जीरों ड्रिल मशीन से सीधी बिजाई कर सकता है। उसे आग लगाने की खेत में आवश्यकता नहीं होगी।
किसानों की आमदनी में इजाफा होगा
कृषि उपनिदेशक कर्मचंद ने कहा कि फसल अवशेष की गांठें बनाने वाले किसानों को एक एकड़ का एक हजार रुपये दिया जाएगा। इससे किसान की आमदनी में इजाफा होगा। किसान को खेत में आग लगाने की जरूरत नहीं होगी। सरकार की तरफ से एक हजार रुपये किसानों को प्रोत्साहन के रूप में देने का निर्णय लिया है। इसका रजिस्ट्रेशन जल्दी से जल्दी किसान करवाकर फायदा उठा सकते है। कृषि विभाग के कार्यालय में आकर भी इसकी सूचना किसान प्राप्त कर सकते है। ---------------