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बिना नप को सूचित किए साइट से सामान उठा रहा था ठेकेदार, हंगामा

विवादों में उलझे शहर के ड्रीम प्रोजेक्ट सिटी एंड बैंक स्क्वेयर की साइट पर रविवार को हंगामा हुआ। करीब डेढ़ साल से साइट पर काम बंद है। निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार को लेकर विजिलेंस जांच चल रही है। रविवार को प्रोजेक्ट ठेकेदार ने बिना नगर परिषद अधिकारियों को बताए साइट से शैटरिग का सामान उठाने के लिए अपने ट्रक भेज दिए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 05:07 PM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 05:07 PM (IST)
बिना नप को सूचित किए साइट से सामान उठा रहा था ठेकेदार, हंगामा
बिना नप को सूचित किए साइट से सामान उठा रहा था ठेकेदार, हंगामा

जागरण संवाददाता, कैथल : विवादों में उलझे शहर के ड्रीम प्रोजेक्ट सिटी एंड बैंक स्क्वेयर की साइट पर रविवार को हंगामा हुआ। करीब डेढ़ साल से साइट पर काम बंद है। निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार को लेकर विजिलेंस जांच चल रही है। रविवार को प्रोजेक्ट ठेकेदार ने बिना नगर परिषद अधिकारियों को बताए साइट से शैटरिग का सामान उठाने के लिए अपने ट्रक भेज दिए। इस बात की सूचना नगर परिषद अधिकारियों तक पहुंच गई। नप एक्सईएन ने मौके पर नप कर्मचारियों को भेजा और ट्रक में लोड किए गए सामान को वापस रखवा दिया। सामान उठाने आए ठेकेदार के कर्मचारियों ने पहले तो सामान रखने से मना कर दिया था, जिसके बाद सिटी थाना पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा। पुलिस की मौजूदगी में ट्रक से सामान वापस रखवाया गया। इस मामले में साइट इंचार्ज जेई पंकज कुमार ने नप एक्सईएन और सिटी थाना पुलिस को ठेकेदार के खिलाफ लिखित में शिकायत दी है। जेई का आरोप है कि ठेकेदार ने वाट्सएप पर उसके साथ अभद्र भाषा में बात करके धमकाया है। अब जेई की शिकायत के आधार पर नप की तरफ से ठेकेदार को नोटिस जारी किया जाएगा। यह है सिटी एंड बैंक स्क्वेयर निर्माण विवाद

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अक्टूबर 2018 में पुराने बस स्टैंड की जगह पर 43 कनाल 10 मरले जमीन पर बैंक स्क्वेयर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। यह कार्य अक्टूबर 2020 को पूरा होना था। पहले इस कार्य के लिए 38 करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे, लेकिन बाद में इस राशि को बढ़ाकर 54 करोड़ रुपये कर दिया गया था। 25 मार्च 2019 को सीएम फ्लाइंग के डीएसपी की शिकायत पर निर्माण कार्य को लेकर तत्कालीन नप चेयरपर्सन, नप ईओ, ठेकेदार सहित 11 अधिकारियों पर केस दर्ज किया गया था। नप अधिकारियों पर आरोप लगे थे कि निर्माण करने वाली एजेंसी को एक करोड़ 88 लाख रुपये की गलत पेमेंट की गई थी। इस प्रोजेक्ट पर अब तक करीब 30 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं और दस करोड़ रुपये के बिल ठेकेदार के करीब दो साल से अटके हुए हैं। सात मंजिला सिटी स्क्वेयर बनने के बाद शहर से पार्किग की समस्या का समाधान हो जाता। वर्जन

करीब डेढ़ साल से सिटी एंड बैंक स्क्वेयर का काम बंद पड़ा हुआ है। उसके करीब दस करोड़ रुपये के बिल भी नप के पास अटके हुए हैं, जिन्हें पास करवाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका डाली हुई है। रविवार को साइट से शैटरिग का सामान उठाने के लिए वाहन भेजे थे, लेकिन नप कर्मचारियों ने उठाने नहीं दिया। इसके बारे में सीएम, स्थानीय निकाय मंत्री और स्थानीय निकाय डायरेक्टर को शिकायत भेज दी गई है। उस पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।

- शशांक गर्ग, ठेकेदार मैसर्ज गर्ग एंड कंपनी।

वर्जन

रविवार को ठेकेदार की तरफ से सिटी एंड बैंक स्क्वेयर कर साइट से सामान उठाने का मामला सामने आया था। मौके पर नप कर्मचारी और पुलिस भेज कर सामान उठाने से रोक दिया गया था। ठेकेदार के खिलाफ जेई पंकज कुमार ने लिखित शिकायत दी है। इस बारे में ठेकेदार को नोटिस जारी किया जाएगा। निर्माण कार्य को लेकर विजिलेंस की जांच चली हुई है।

- हिमांशु लाटका, एक्सईएन नगर परिषद।


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