समस्याओं को लेकर सचिव से मिले सब्जी मंडी के आढ़ती
सब्जी मंडी के आढ़तियों में मंडी की समस्याओं को लेकर मार्केट कमेटी सचिव से मुलाकात की। मंडी प्रधान हरिचंद सैनी के नेतृत्व में मंगलवार को आढ़तियों का एक शिष्टमंडल सचिव दीपक कुमार से मिला।
संवाद सहयोगी, पूंडरी : सब्जी मंडी के आढ़तियों में मंडी की समस्याओं को लेकर मार्केट कमेटी सचिव से मुलाकात की। मंडी प्रधान हरिचंद सैनी के नेतृत्व में मंगलवार को आढ़तियों का एक शिष्टमंडल सचिव दीपक कुमार से मिला। उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि सब्जी मंडी में विभाग द्वारा न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और सफाई व्यवस्था भी बदहाल है। सब्जी मंडी में शौचालय तो बनाया गया है, लेकिन उसको खोला नहीं जाता। मंडी के प्लॉटों के यूजर नेम और पासवर्ड विभाग जारी नहीं कर रहा है, जिससे उन्हें अपने प्लाटों की बकाया राशि के बारे में पता नहीं चल पाता है। प्रधान हरिचंद सैनी, धर्मबीर गोलन, गगनदीप गर्ग, धर्मबीर सैनी, सोमप्रकाश सैनी, मोंटी वालिया, राजीव ने कहा कि वे बार-बार सब्जी मंडी की समस्याओं को उठाते रहे हैं। उनका समाधान नहीं हो रहा।
बॉक्स: आढ़तियों को दे दिए गए हैं यूजर नेम और पासवर्ड : सचिव
मार्केट कमेटी सचिव दीपक कुमार ने बताया कि सब्जी मंडी के आढ़ती उन्हें मिले थे। प्लाटों के यूजर नेम और पासवर्ड उन्हें जारी कर दिए गए हैं। पीने के पानी की समस्या बारे उन्हें जानकारी दी गई है। विभाग द्वारा जल्द ही पीने के पानी के वाटर कूलर को ठीक करवा दिया जाएगा ताकि किसी को परेशानी न हो।
जल संग्रहण के लिए ग्रामीणों को किया जा रहा है जागरूक : डा. कर्मचंद
जागरण संवाददाता, कैथल : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे जल शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य भूमिगत जल के अत्याधिक दोहन वाले क्षेत्रों में विभिन्न माध्यमों से भूमिगत जल को संरक्षित करके इसके जल स्तर में सुधार करना है, जिसके तहत कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जिला के प्रत्येक गांव में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डा. कर्मचंद ने बताया कि इन शिविरों के माध्यम से किसानों को ऐसी फसलों की काश्त के लिए प्रेरित किया जा रहा है जो बहुत ही कम पानी में अपना फसल चक्र पूरा कर लेती है। धान की फसल की काश्त में अत्याधिक पानी की आवश्यकता होती है। अत: हरियाणा सरकार द्वारा इसके स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलों को उगाने पर अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जा रहा है। जल शक्ति अभियान के तहत किसानों को जल संग्रहण के विभिन्न तरीकों बारे जैसे वर्षा जल संग्रहण, सतह जल संग्रहण प्रणाली, छत प्रणाली, भूमिगत टैंक, जल संग्रहण जलाशय आदि के बारे जागरूक किया जा रहा है।