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सक्षम योजना पर अध्यापकों ने निकाली अपनी भड़ास

जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से कार्यालय में दरबार लगाया गया। दरबार में विभिन्न अध्यापक संगठनों व अध्यापकों ने अपनी समस्याएं रखी। अध्यापक संगठनों ने मुख्य रूप से सक्षम योजना पर जमकर भड़ास निकाली।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 12:56 AM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 12:56 AM (IST)
सक्षम योजना पर अध्यापकों ने निकाली अपनी भड़ास
सक्षम योजना पर अध्यापकों ने निकाली अपनी भड़ास

जागरण संवाददाता, कैथल : जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से कार्यालय में दरबार लगाया गया। दरबार में विभिन्न अध्यापक संगठनों व अध्यापकों ने अपनी समस्याएं रखी। अध्यापक संगठनों ने मुख्य रूप से सक्षम योजना पर जमकर भड़ास निकाली। अध्यापकों ने कहा कि शिक्षा विभाग सक्षम योजना उन पर थोप रहा है। कक्षा तीसरी, पांचवी व सातवीं के छात्रों की महीने में चार बार सक्षम परीक्षा ली जाती है। विभाग इसके पेपर उन्हें मेल या व्हाट्सएप पर डाल देते हैं। स्कूल के हेड मास्टर को ही पेपर की फोटो कॉपी करवानी पड़ती है। महीने में तीन से चार हजार रुपये खर्च हो रहे हैं, लेकिन बजट एक रुपया भी नहीं मिल रहा है। इसी तरह स्कूलों में तरह-तरह के पखवाड़े मनाए जाते हैं, लेकिन उनका भी विभाग की ओर से कोई बजट जारी नहीं किया जाता। विभाग नई-नई योजनाएं तो चला रहा है, लेकिन बजट ना के बराबर ही जारी होता है। अध्यापकों ने मांग की है कि सरकार से बजट की मांग की जाए ताकि अध्यापकों पर आर्थिक बोझ ना पड़े। स्कूल में ¨प्रसिपल ना होने पर सीनियर प्राध्यापक को शक्तियां दी जाएं। स्कूलों में भूगोल लैब खोली जाए। इस मौके पर उप जिला शिक्षा अधिकारी दिलीप ¨सह, नोडल अधिकारी सुरेश कुमार, सुपरिटेंडेंट विनोद, ऋषिपाल, हसला प्रधान ईश्वर ¨सह, प्राथमिक अध्यापक संघ से बलबीर ¨सह, विद्यालय अध्यापक संघ से विजेंद्र व हजरस से दलबीर ¨सह मौजूद थे।

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कुल मिली 50 शिकायतें

दरबार में शिक्षकों की कुल 50 शिकायतें आई। शिकायतों में शिक्षकों की प्रमोशन, वेतनमान व वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट सहित स्कूल की अन्य समस्याएं रखी गई। मौके पर ही संबंधित बीईओ व कार्यालय के अधिकारियों को समस्याओं का समाधान करने के आदेश दिए गए। अध्यापक संगठनों के जो मांग पत्र आए थे उन्हें भी पूरा करने का आश्वासन दिया गया। शिकायत सुनने का समय तीन से छह बजे तक का रखा गया ताकि अध्यापकों को कोई परेशानी ना हो।

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अध्यापकों ने की कार्यक्रम की सराहना

दरबार में पहुंचे अध्यापकों ने पहली बार हुए इस कार्यक्रम की प्रशंसा की। अध्यापकों की शिकायत सुनना अच्छी बात है, लेकिन फायदा तब ही जब उनका समाधान भी हो सके। हालांकि आज तक कभी किसी अधिकारी ने इस तरह से अध्यापकों की समस्या का नहीं सुना।

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जिला शिक्षा अधिकारी जो¨गद्र ¨सह हुड्डा ने बताया कि दरबार लगाकर अध्यापक संगठनों व शिक्षकों की समस्याएं सुनी गई। 26 शिकायतों का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। शिकायत करने वाले सभी शिक्षकों के नंबर ले लिए गए हैं। एक सप्ताह के अंदर ही उन्हें बता दिया जाएगा की समाधान हुआ या नहीं। सक्षम के बजट को लेकर उच्च अधिकारियों से बातचीत करेंगे। ------------


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