12 स्कूलों पर लटकी विज्ञान संकाय बंद होने की तलवार
विद्यार्थियों की कमी के चलते सरकार के आदेशों के बाद जिला के 12 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों पर विज्ञान संकाय बंद होने की तलवार लटक गई है। सरकार ने हाल ही में सभी जिलों में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों की स्कूलों में संख्या की सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है
कमल बहल, कैथल : विद्यार्थियों की कमी के चलते सरकार के आदेशों के बाद जिला के 12 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों पर विज्ञान संकाय बंद होने की तलवार लटक गई है। सरकार ने हाल ही में सभी जिलों में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों की स्कूलों में संख्या की सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। इस पर विभाग ने जिला के 12 स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या की रिपोर्ट भेज दी है। अब सरकार की तरफ से फैसला लेने के बाद इन स्कूलों में कभी भी विज्ञान संकाय बंद हो सकते हैं।
अध्यापकों की कमी में ले
सकते हैं यह फैसला :
विभागीय सूत्रों के अनुसार जिला के 12 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में विज्ञान संकायों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या दस से भी कम है। इस कारण एक स्कूल में एक अध्यापक को विशेष तौर पर इन विद्यार्थियों को विज्ञान विषय पढ़ाना पढ़ता है। वहीं विभाग के पास विज्ञान संकायों के अध्यापकों की कमी है। इसके चलते कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों में विज्ञान संकाय बंद होने का फैसला लिया जा सकता है।
सरकार को भेजी केवल रिपोर्ट :
जिला शिक्षा अधिकारी जोगेंद्र हुड्डा ने बताया कि जिला के किसी भी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में विज्ञान संकाय बंद नहीं हुआ है। इसमें केवल शिक्षा बोर्ड के निदेशक के पास उन स्कूलों की रिपोर्ट भेजी है, जिसमें विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों की संख्या न के बराबर है। यदि विद्यार्थियों की संख्या कम होने पर विज्ञान संकाय बंद होता है तो उन्हें स्कूल दूर होने पर विभाग की ओर से किराया भी दिया जाएगा।