किसानों के सहयोग से जिले में फसल अवशेष प्रबंधन में मिली सफलता: सुजान सिंह
डीसी सुजान सिंह ने कहा कि जिला के किसानों के सकारात्मक सहयोग से इस बार फसल अवशेष प्रबंधन करने में सफलता मिली है। इस दिशा में निरंतर सभी सहयोग देते रहें।
जागरण संवाददाता, कैथल: डीसी सुजान सिंह ने कहा कि जिला के किसानों के सकारात्मक सहयोग से इस बार फसल अवशेष प्रबंधन करने में सफलता मिली है। इस दिशा में निरंतर सभी सहयोग देते रहें। तभी सरकार द्वारा दिए गए शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। फसल अवशेष प्रबंधन करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।
किसानों के लिए पराली प्रबंधन करने से जमीन की उर्वरा शक्ति बनी रह सकती है, जिससे भविष्य में और भी अच्छा फसल उत्पादन हो सकता है। डीसी फर्शमाजरा के प्रगतिशील किसान विरेंद्र यादव के फार्म पर किसान सम्मान समारोह में किसानों को संबोधित कर रहे थे।
बता दें कि दैनिक जागरण के अभियान के तहत प्रकाशित विरेंद्र यादव की उपलब्धियों का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में किया था। इसके चलते उन्हीं के तरह मिसाल बने अन्य किसानों को इस मौके पर प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से फसल अवशेष प्रबंधन के लिए विशेष मुहिम चलाई गई। इसके परिणाम स्वरूप इस दिशा में काफी सफलता भी मिली है। इस बार 72 गांवों में फसल अवशेष प्रबंधन जलाने की कोई भी घटना नहीं घटी है। इस लक्ष्य को और भी आगे बढ़ाना है और जिला को जीरो बर्निंग क्षेत्र में शामिल करना है। फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जिला में प्लांट लगाए जा रहे है। इससे भविष्य में पराली की मांग इतनी अधिक होगी और किसानों की आय का एक बहुत बड़ा जरिया बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जिला के किसान विरेंद्र यादव का नाम मन की बात में कहना और पराली प्रबंधन का संदेश पूरे देश में देना समस्त जिला के लिए अच्छी बात है। इस अवसर पर सीएमजीजीए पांखुरी गुप्ता, कृषि उपनिदेशक डा. कर्मचंद, सतीश नारा, सुनील बजाड़, पुरुषोत्तम लाल सहित अन्य प्रगतिशील किसान मौजूद रहे।