नकली ऑक्सीमीटर एप से रहें सावधान : एसपी लोकेंद्र सिंह
इंटरनेट पर कुछ यूआरएल आपके ऑक्सीजन स्तर की जांच करने के लिए नकली मोबाइल ऑक्सीमीटर एप प्रदान करने के लिए विज्ञापन कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : एसपी लोकेंद्र सिंह ने कोरोना महामारी के दौरान आमजन को नकली ऑक्सीमीटर एप द्वारा होने वाली धोखाधड़ी से सावधान रहने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि इंटरनेट पर कुछ यूआरएल आपके ऑक्सीजन स्तर की जांच करने के लिए नकली मोबाइल ऑक्सीमीटर एप प्रदान करने के लिए विज्ञापन कर रहे हैं। साइबर अपराधियों ने शरीर में ऑक्सीजन के स्तर का पता लगाने वाले कोविड से संबंधित एप बनाना शुरू कर दिया है। इस तरह एप से ऑक्सीजन का स्तर जांचना तो आसान है, लेकिन यह सेहत के लिए बहुत खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंचने के लिए फोन पे, गूगल पे, पेटीएम आदि के लिए उपयोग किए गए फिगरप्रिट का इस्तेमाल डाटा हासिल करने के लिए करते हैं। लोग इन एप को मुफ्त में डाउनलोड करते हैं और सोचते हैं कि सेहत की जांच के लिए यह त्वरित और सस्ता उपाय है। लेकिन लोगों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि ऐसी एप की बदौलत ठग आसानी से आपका डाटा हैक कर सकते हैं। ये एप्प मोबाइल फोटो गैलरी में भी एक्सेस करने की अनुमति मांगता है। आपके ओके करते ही ठग आपके खातों को हैक कर सकते हैं।
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कोविड उपचार की दवाओं व ऑक्सीजन को लेकर ठगी कर रहे लोग
एसपी ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन व ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यापक आवश्यकता के बीच साइबर अपराधियों ने धोखाधड़ी का नया तरीका निकाला है। जालसाज ऑक्सीजन की उपलब्धता के नाम पर जरूरतमंद लोगों को धोखा देने की कोशिश में लगे हैं। चिकित्सा संसाधनों की सख्त जरूरत वालों को ये अपने जाल में फंसा सकते हैं। तेजी से पैसा बनाने के चक्कर में साइबर जालसाज जरूरतमंदों को धोखा देने के लिए आधुनिक तकनीकों को अपना रहे हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।