काली माता मंदिर में प्रदेशभर से पहुंचे श्रद्धालु, दो दिवसीय मेला संपन्न
माता गेट स्थित काली माता मंदिर में लगा दो दिवसीय ऐतिहासिक मेले का शनिवार को समापन हो गया। दूसरे दिन प्रदेशभर से लाखों लोग पूजा अर्चना के लिए पहुंचे। भक्त रात भर मंदिर में पहुंचते रहे और पूजा की। भारी भीड़ के कारण मंदिर के बाहर तक भक्तों की लाइन लगी रही। हालांकि की व्यवस्था के लिए मंदिर कमेटी के सदस्य और पुलिस के जवान तैनात थे। रात के समय माता गेट वाली सड़क पर वाहनों की आवाजाही भी बंद कर दी गई थी। मंदिर में जगह-जगह भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था। यह मेला मुख्य रूप से बाजीगर समाज के लोगों का होता है। समाज के लोग पूरे हरियाणा में कहीं भी हो पूजा करने के लिए मंदिर में पहुंचते हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : माता गेट स्थित काली माता मंदिर में लगा दो दिवसीय ऐतिहासिक मेले का शनिवार को समापन हो गया। दूसरे दिन प्रदेशभर से लाखों लोग पूजा अर्चना के लिए पहुंचे। भक्त रात भर मंदिर में पहुंचते रहे और पूजा की। भारी भीड़ के कारण मंदिर के बाहर तक भक्तों की लाइन लगी रही। हालांकि की व्यवस्था के लिए मंदिर कमेटी के सदस्य और पुलिस के जवान तैनात थे। रात के समय माता गेट वाली सड़क पर वाहनों की आवाजाही भी बंद कर दी गई थी। मंदिर में जगह-जगह भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था। यह मेला मुख्य रूप से बाजीगर समाज के लोगों का होता है। समाज के लोग पूरे हरियाणा में कहीं भी हो पूजा करने के लिए मंदिर में पहुंचते हैं। भक्त पहले सूर्यकुंड में स्नान करते हैं और उसके बाद मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं। कुछ दिन पहले ही कुंड में नहरी पानी भरा गया था। श्रद्धालुओं ने माता के मंदिर में प्रसाद, मिठाइयां व पशुधन का दान कर सुख समृद्धि की कामना की। जिला प्रशासन की ओर से भी मेले में सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं। चैत्र माह में अमावास्य को लगता है मेला
मंदिर के मुख्य महंत बाबा राजेश्वर पुरी ने बताया कि यह मेला हर चैत्र माह में अमावास्य को लगता है। दूर-दूर से लाखों भक्त पूजा के लिए आते हैं। मंदिर में पूजा करके सुख शांति की कामना करते हैं। वहीं भक्तों के लिए विशाल मेला लगता है। कई दुकानें सड़कों पर सजाई जाती हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे खूब खरीददारी करते हैं। रातभर मंदिर में माता के जागरण करवाए जाते हैं। राज्यमंत्री नायब सैनी व विधायक कुलवंत बाजीगर ने की पूजा
मंदिर में पूजा करने के लिए गुहला विधायक कुलवंत बाजीगर परिवार सहित पहुंचे हुए थे। वे हर साल पूजा करने के लिए आते हैं और सुख शांति के लिए पूजा करते हैं। विधायक ने कहा कि यह मेला बाजीगर समाज के लोगों के लिए महत्वपूर्ण होता है। शादी होने पर दुल्हन को इस मंदिर में पूजा करने के लिए जरूर लाया जाता है। इसके अलावा राज्यमंत्री नायब सैनी भी पूजा करने के लिए मंदिर में पहुंचे। उन्होंने कहा कि पहले के नेताओं में मंदिरों के प्रति कुछ खास आस्था नहीं थी। मंदिर में जो भी काम करवाने की जरूरत होगी उसके लिए विधायक कुलवंत के साथ मिलकर करवाया जाएगा।