मेन बाजार सहित चार मुख्य मार्गो पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का टोटा
ाहर में कई ऐसी चिन्हित जगह हैं जहां पर बारिश में पानी जमा हो जाता है। सबसे अधिक दयनीय स्थिति मुख्य बाजार में है। इसमें पार्क रोड और पिहोवा चौक भी शामिल हैं जबकि भगत सिंह चौक पर तो सबसे अधिक पानी जमा हो जाता है।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में कई ऐसी चिन्हित जगह हैं, जहां पर बारिश में पानी जमा हो जाता है। सबसे अधिक दयनीय स्थिति मुख्य बाजार में है। इसमें पार्क रोड और पिहोवा चौक भी शामिल हैं, जबकि भगत सिंह चौक पर तो सबसे अधिक पानी जमा हो जाता है।
इसके साथ ही अंबाला रोड, ढांड रोड और करनाल रोड भी बरसात के समय जलभराव हो जाता है। इसको लेकर न तो नगर परिषद ने रेन वाटर हार्वेस्टिग का सिस्टम बनाया और न ही जनस्वास्थ्य विभाग ने। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम नही लगाने के कारण यहां पर जल संरक्षण नहीं हो पा रहा है।
बता दें कि नगर परिषद द्वारा बाजारों में जल संरक्षण की दिशा में कदम उठाते हुए रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने की योजना भी बनाई। इस योजना के तहत इस पर कार्य नहीं हो पाया है। यदि यहां पर रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाया जाए तो जल संरक्षण किया जा सकता है।
भगत सिंह चौक और कबूतर चौक पर अधिक समस्या :
बरसात के दिनों में सबसे अधिक समस्या भगत सिंह चौक और कबूतर चौक पर होती है। इसके अलावा शहर की कई मुख्य कालोनियां भी है। जहां पर बरसात के समय वर्षा का जल एकत्रित नहीं हो पाता है। इसके साथ ही बरसात के समय में ढांड रोड, अंबाला रोड, पार्क रोड और करनाल रोड पर जलभराव हो जाता है। इनमें से किसी भी स्थान पर रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम नहीं बनाया गया है। जिस कारण यहां अधिक परेशानी है। यहां पर पानी सीवरेज में जाता है।
नगर परिषद का है जिम्मा
जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सतपाल रोज ने बताया कि शहर में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाने का जिम्मा नगर परिषद का होता है। नगर परिषद द्वारा ही रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाए जाते हैं।