रोडवेज कर्मियों की कमी से टिकट काउंटर रहते खाली, यात्री परेशान
बस स्टैंड पर लोगों को टिकट देने के लिए लगाए गए टिकट काउंटर खाली पड़े रहते हैं। काउंटर खाली होने का मुख्य कारण रोडवेज डिपो में कर्मचारियों की कमी है। सुबह से लेकर शाम तक लगभग सभी काउंटर खाली ही पड़े रहते हैं। सिर्फ दिल्ली के टिकट काउंटर पर कर्मचारी तैनात रहता है।
जागरण संवाददाता, कैथल : बस स्टैंड पर लोगों को टिकट देने के लिए लगाए गए टिकट काउंटर खाली पड़े रहते हैं। काउंटर खाली होने का मुख्य कारण रोडवेज डिपो में कर्मचारियों की कमी है। सुबह से लेकर शाम तक लगभग सभी काउंटर खाली ही पड़े रहते हैं। सिर्फ दिल्ली के टिकट काउंटर पर कर्मचारी तैनात रहता है। कैथल डिपो के पास इस समय करीब 160 कंडक्टर हैं और करीब 120 बसें रोजाना चलती हैं। ड्राइवरों की संख्या 220 के करीब है। ऐसे में कंडक्टर की कमी के कारण ही टिकट काउंटर खाली हैं। कुछ दिन पहले ही 26 कंडक्टरों की पदोन्नति हो गई और आठ डेपुटेशन पर सिरसा चले गए। अब कंडक्टरों की कमी के कारण बसें भी खाली खड़ी रहती हैं।
सुबह के समय यात्रियों की संख्या भी ज्यादा होती है, लेकिन ना तो बस पूछताछ वाले कमरे में और ना ही टिकट काउंटर पर कोई कर्मचारी होता है। इससे अनपढ़ महिलाओं को ज्यादा परेशानी होती है। शुक्रवार सुबह एक काउंटर पर टिकट बुक रखी हुई थी, जिसे कोई भी आसानी से चोरी कर सकता था या नुकसान पहुंचा सकता था। पहले काउंटरों पर कंडक्टर टिकट काटते थे, जिससे लोगों को परेशानी कम होती थी।
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डिपो में बसों की भारी कमी
डिपो में इस समय 130 बसें हैं जिनमें से रोजाना 120 बसें ही चलती है। यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन बसों की संख्या कम हो रही है। लंबे समय से डिपो को नई बसें तक नहीं मिली है। गांव में बसों का रात्रि ठहराव भी सरकार की ओर से बंद कर दिया गया है। रोजाना करीब 20 से 25 हजार यात्री सफर करते हैं और उनके लिए करीब 200 बसों की डिपो को जरूरत है। हालांकि डिपो महाप्रबंधक की ओर से 20 नई बसों की डिमांड भेजी हुई है।
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नहीं मिला कोई कर्मचारी
राजीव कुमार निवासी खुराना रोड ने बताया कि उसे जरूरी काम से हिसार जाना था। सुबह उसे बस की टाइमिग का नहीं पता था। करीब साढे नौ बजे तक वह बस पूछताछ कमरे के आगे खड़ा रहा, लेकिन वहां कोई कर्मचारी उसे नहीं मिला। हिसार वाले टिकट काउंटर पर गया तो वहां भी कोई कर्मचारी नहीं मिला। उसे दूसरे यात्रियों से ही हिसार की बस के बारे में जानकारी मिली।
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उपलब्ध होना चाहिए कर्मचारी
जगदीप सिंह निवासी नरवाना ने बताया कि वह बृहस्पतिवार को किसी काम से कैथल आया था। शुक्रवार को नरवाना जाने के लिए वह सुबह करीब साढे आठ बजे बस स्टैंड पर आ गया। आधा घंटा इंतजार किया, लेकिन बस नहीं मिली। बस पूछताछ वाले कमरे में गया तो नौ बजे तक वहां कर्मचारी नहीं आया था। टिकट काउंटर भी खाली ही पड़ा था।
बॉक्स : डिपो में कंडक्टरों का टोटा
रोडवेज महाप्रबंधक रामकुमार ने बताया कि कुछ समय से डिपो में कंडक्टरों की कमी चल रही है। उनकी कमी के कारण ही टिकट काउंटरों पर कर्मचारी तैनात नहीं रहते हैं। उनका पहला काम यात्रियों को बस सुविधा देना है। अगर कर्मचारी काउंटर पर बैठेंगे तो बसें चलाने में परेशानी उठानी पड़ेगी।