राइस मिल ने छोड़ा गंदा पानी, सीएम को भेजी लिखित शिकायत
गांव बात्ता में चल रहे राइस मिल से खुले में और रिचार्ज बोर द्वारा जमीन में गंदा पानी छोड़ने के कारण जमीन के नीचे का पानी दूषित करने लिखित शिकायत मुख्यमंत्री से की है।
संवाद सहयोगी, कलायत :
गांव बात्ता में चल रहे राइस मिल से खुले में और रिचार्ज बोर द्वारा जमीन में गंदा पानी छोड़ने के कारण जमीन के नीचे का पानी दूषित करने लिखित शिकायत मुख्यमंत्री से की है। शिकायतकर्ता नीटू राणा ने कहा कि हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे स्थित गांव बात्ता में राइस मिल लोगों की सेहत बिगाड़ रहा हैं, मिल का अधिकांश का प्रदूषित पानी खुले में फेंका जा रहा है और रिचार्ज बोर करके गंदा पानी जमीन में छोड़ा जा रहा है जिससे आस-पास जमीन के नीचे का पानी खराब हो रहा है। किसानों द्वारा खेतों में लगे ट्यूबवेल के पानी से सिचाई के साथ-साथ पीने में प्रयोग किया जाता है। रिचार्ज बोर होने के कारण आस-पास के ट्यूबवेल का पानी खराब होने का डर सताने लगा है। राणा ने बताया कि राइससेलर में सैला कच्चा मिल दो प्रकार के होते हैं। सैला मिल से धान को धोकर दूषित जल मिल से बाहर निकाल दिया जाता है। पानी के साथ मिल से राख और धुआं निकलता है। कच्चे राइस मिल से धान का छिलका उतारा जाता है, जिसकी धूल आसपास के इलाके को प्रभावित करती है। राइस मिलों द्वारा फैल रहे प्रदूषण से आमजन के स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। जिला प्रशासन इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। इस समस्या के निराकरण के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए है।