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दोनों भाइयों के शवों का संस्कार नहीं करने पर अड़े स्वजन

आरोपितों की गिरफ्तारी होने के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने से शहर की शिव कालोनी के दो सगे भाई अनिल और बंटी के शवों का अंतिम संस्कार तीसरे दिन भी नहीं हुआ। इस मामले में दोनों आरोपित मछली ठेकेदार गिरफ्तार किए जा चुके हैं लेकिन इसमें कुछ लोगों ने अलग ही मांगें रख दी हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 06:26 AM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 06:26 AM (IST)
दोनों भाइयों के शवों का संस्कार  नहीं करने पर अड़े स्वजन
दोनों भाइयों के शवों का संस्कार नहीं करने पर अड़े स्वजन

जागरण संवाददाता, कैथल: आरोपितों की गिरफ्तारी होने के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने से शहर की शिव कालोनी के दो सगे भाई अनिल और बंटी के शवों का अंतिम संस्कार तीसरे दिन भी नहीं हुआ। इस मामले में दोनों आरोपित मछली ठेकेदार गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन इसमें कुछ लोगों ने अलग ही मांगें रख दी हैं।

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स्वजनों ने 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, दो सरकारी नौकरियां देने सहित अन्य कई मांगें प्रशासन के सामने रखी। उनका कहना था कि जब तक घटना को अंजाम देने वाले अन्य 11 आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और थाना सदर प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक वह दाह संस्कार नहीं करेंगे। यह सभी लोग शुक्रवार को दिनभर जिला अस्पताल में ही जमे रहे। स्वजनों और अन्य लोगों ने जिला अस्पताल में पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

विरोध के बीच डीएसपी कुलवंत सिंह, रविद्र सांगवान व नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह जिला नागरिक अस्पताल में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी कर रहे लोगों को आश्वासन दिया, लेकिन वह साढ़े चार लाख रुपये के दो चेक देने की मांग करते रहे।

लोगों ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए चार लोगों के आ‌र्म्स लाइसेंस बनवाने की भी मांग की। साथ ही कहा कि दो दिन जाम लगाने वालों के खिलाफ पुलिस ने जो मुकदमे दर्ज किए हैं वह रद किए जाएं। स्वजनों का कहना था कि एससी-एसटी एक्ट के तहत इस तरह के मामलों में पीड़ित परिवार को तत्काल साढ़े चार लाख रुपये की सहायता राशि दिए जाने का प्रावधान है। दोनों मृतकों की पत्नियों को जब तक यह चेक नहीं मिल जाते, वह शव नहीं उठाएंगे।

इस दौरान आश्वासन देने के लिए पहुंचे डीएसपी और नायब तहसीलदार चैक लेने के लिए डीसी कार्यालय में तो जरूर पहुंचे, लेकिन वह चेक नहीं दे पाए। जिसके बाद स्वजनों ने शनिवार सुबह दोबारा से एकत्रित होकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने का एलान कर दिया।

एसपी से सीधी बात

सवाल: स्वजनों ने अभी तक भी दोनों शवों का संस्कार नहीं किया है।

जवाब: परिवार के लोग तो संस्कार करने को तैयार हैं, लेकिन कुछ लोग अब इसमें राजनीति कर रहे हैं। उन्हें भड़का कर शव नहीं उठाने दे रहे हैं। यह मानवीय ²ष्टिकोण से भी गलत है।

सवाल: परिवार ने मुआवजे की मांग भी की है?

जवाब: सरकार के नियमानुसार जो भी कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। समाज कल्याण विभाग की ओर से यह दिया जाना है। अभी तक उनकी ओर से खाता नंबर भी नहीं दिया गया है।

सवाल: मृतकों के स्वजनों ने आ‌र्म्स लाइसेंस की मांग की है।

जवाब: पहले 10 लोग एक साथ लाइसेंस की मांग कर रहे थे। इसके लिए एक प्रक्रिया होती है। एक टेस्ट पास करना होता है। लिखकर देना संभव नहीं होता कि लाइसेंस दे दिया जाएगा। वे आवेदन करके प्रक्रिया से गुजरें तो लाइसेंस मिल जाएगा।

सवाल: उनकी मांग है कि रोड जाम करने वालों पर केस दर्ज न हों?

जवाब: रोड जाम करने से कोई समस्या का हल नहीं होता है। जो भी रोड जाम करेंगे, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पहले भी दो बार वह ऐसा कर चुके हैं।

यह है मामला :

देवीगढ़ रोड स्थित शिव कालोनी निवासी 38 वर्षीय अनिल और उसका छोटा भाई 35 वर्षीय बंटी एक अन्य युवक के साथ कुतुबपुर गांव स्थित तालाब में मछली पकड़ने के लिए गए थे। तालाब से लगातार चोरी हो रही मछलियों को लेकर ठेकेदार भी चितित थे। इसे लेकर ठेकेदारों ने मछली चोरों को पकड़ने के लिए योजना बनाई। छह दिसंबर को जैसे ही तीनों युवक मछली पकड़ने के लिए तालाब के नजदीक पहुंचे तो दोनों ठेकेदार संजय और विक्रम वहां आ गए। ठेकेदारों को देख तीनों युवकों ने तालाब में छलांग लगा दी। अनिल और एक अन्य युवक को तो ठेकेदारों ने निकाल लिया, लेकिन बंटी बाहर नहीं आया। अंधेरे का फायदा उठाते हुए युवक फरार हो गया, जबकि अनिल को ठेकेदारों ने पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट कर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर पुलिस को बुला लिया। लेकिन अनिल की ज्यादा पिटाई के डर से कोई कार्रवाई न करवाने की बात कही। इस कारण पुलिस वापस लौट गई और परिवार वालों को बुलाकर अनिल को उनके हवाले कर दिया। ठेकेदारों को यह कतई जानकारी नहीं थी की बंटी तालाब में ही है। उन्हें यही लगा कि दो युवक मछली पकड़ रहे थे और एक फरार हो गया। अनिल की मौत के बाद यह सामने आया कि बंटी भी उसी दिन से घर से लापता है। इसके बाद तालाब से बुधवार को उसका शव तालाब से मिला था। इस पर परिवार के लोगों और शिव कालोनी के लोगों ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया था। इससे पहले उन्होंने पिहोवा चौक पर भी जाम लगाया था।


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