तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, सिविल अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ सहित 149 संक्रमित मिले
जागरण संवाददाता कैथल जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा
जागरण संवाददाता कैथल : जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है। बुधवार को 149 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
संक्रमितों में जिला नागरिक अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ, एक ग्रामीण क्षेत्र से एमपीएचडब्ल्यू शामिल हैं। इससे पिछले स्वास्थ्य विभाग के सात चिकित्सक, 15 लैब टेक्नीशियन व तीन से ज्यादा नर्सिंग आफिसर संक्रमित हो चुकी हैं। इस समय तीन कोरोना संक्रमित चिकित्सक होम आइसोलेट हैं। मात्र 19 दिनों में कोरेाना संकमितों की संख्या 756 तक पहुंच गई है। बुधवार को 18 लोगों ने कोरोना तो मात दी है। कोरोना संक्रमितों में 709 लोग होम आइसोलेट, 17 जिला नागरिक अस्पताल, पांच मरीज शाह अस्पताल, 16 पीजीआई चंडीगढ़, तीन सिग्नस व पांच मरीज करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में इलाज ले रहे हैं। जिले में इस समय पाजिटिव रेट 3.18, रिकवरी रेट 91 व डेथ रेट 2.85 प्रतिशत है। जिले में अब तक 12 हजार 248 कोरोना के मरीजों में से 11 हजार 142 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, विदेश से आने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब तक 1980 लोग विदेश से आ चुके हैं। इनमें अभी तक एक युवक को छोड़कर किसी में भी ओमिक्रोन के लक्षण नहीं मिले।
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मास्क को लेकर गंभीर नहीं लोग
जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके बावजूद लोग गंभीर नहीं है। बाजारों में बिना मास्क व दो गज की दूरी का ख्याल न रखते हुए सामान की खरीदारी लोग करते हुए नजर आते हैं। हालांकि जिला यातायात पुलिस की तरफ से कोरोना महामारी को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बिना मास्क वालों के चालान भी किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद लोग जागरूक नहीं है। जिला यातायात पुलिस इंचार्ज रमेश चंद्र ने बताया कि बिना मास्क वालों के चालान किए जा रहे हैं। बुधवार को 50 चालान किए गए हैं। बाजारों का भी दौरा करते हुए दुकानदारों को कोरोना महामारी को लेकर जारी की गई हिदायतों का पालन करने के लिए बताया जाता है। बाक्स- ओपीडी में जांच से पहले लिए जा रहे कोरोना के सैंपल जिला नागरिक अस्पताल में कोरोना महामारी को विशेष सावधानी बरतने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। अस्पताल में आने वाले लोगों की प्रवेश द्वार पर ही वैक्सीन के प्रमाण पत्रों की जांच कर इलाज के लिए भेजा जाता है। रजिस्ट्रेशन के दौरान पहले कोरोना महामारी के सैंपल लेने बारे में पूछा जाता है, जिन लोगों ने सैंपल नहीं करवाया, उनके सैंपल लिए जाते हैं, इसके बाद ही ओपीडी में भेजा जाता है। यहां भी बिना मास्क के प्रवेश बंद किया गया है। जिला नागरिक अस्पताल में प्रवेश द्वार पर बूस्टर डोज व अस्पताल परिसर में किशोरों को वैक्सीन लगाने के लिए बूथ बनाए गए हैं। ------------