चिप घोटाले की जांच के लिए किसान को नहीं बुलाया गया समय पर : रणदीप आर्य
भारतीय किसान संघ के प्रदेश प्रवक्ता रणदीप सिंह आर्य ने कहा कि बृहस्पतिवार को सहकारी शुगर मिल में चिप घोटाले की जांच के लिए एडीसी सत्येंद्र दूहन शुगर मिल एमडी जगदीप सिंह एसडीएम कमलप्रीत कौर को टीम को जांच अधिकारी बनाया गया था।
जागरण संवाददाता, कैथल : भारतीय किसान संघ के प्रदेश प्रवक्ता रणदीप सिंह आर्य ने कहा कि बृहस्पतिवार को सहकारी शुगर मिल में चिप घोटाले की जांच के लिए एडीसी सत्येंद्र दूहन, शुगर मिल एमडी जगदीप सिंह, एसडीएम कमलप्रीत कौर को टीम को जांच अधिकारी बनाया गया था। जांच शुरू होने से पहले उन्होंने सतीश ग्योंग को समय पर सूचना नहीं देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से शाम 4:49 बजे फोन आया कि प्रशासन आपकी समस्या की सुनवाई करना चाहता, लेकिन उस समय वह काम से बाहर गया हुआ था। इससे वह जांच में शामिल नहीं हो सका।
आर्य का कहना है कि प्रशासन को ऐसे समस्याओं की जानकारी का नोटिस एक सप्ताह पहले किसानों को देना चाहिए, ताकि किसान जांच में शामिल हो सके। प्रशासन जांच की सुनवाई न करने के बजाय किसानों की मांगों की अनदेखी कर रहा है। इसे किसान संघ किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा। किसान अमीर गरीब सभी का पेट भरता है। वह अपनी मांगों के लिए आगे भी संघर्ष करता रहेगा।
यह है मामला
सहकारी शुगर मिल में जिस कांटे से गन्ने की तौल की जाती है। उस कांटे में 26 अक्टूबर, 2018 को रिमोट कंट्रोल चीप लगी मिली थी। इस मामले के तहत मिल प्रबंधन ने सेल्स मैनेजर जगदीश, कांटा ऑपरेटर सूरजभान और आंचलवीर को सस्पेंड किया गया था। करीब एक साल बाद तीनों आरोपितों को बहाल कर दिया था, लेकिन किसान जांच की मांग बार बार उठा रहे हैं।
एडीसी सत्येंद्र दूहन ने बताया कि उनकी समस्या को देखते हुए प्रशासन की तरफ से 3 मार्च की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। इस बैठक में मामले की जांच की जाएगी।