तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने दिया धरना
किसान आंदोलन के समर्थन में किच्छाना कुई पर किसानों ने 21वें दिन भी धरना दिया। किसानों ने कहा कि पिछले कई दिनों से उनके गांव से ट्रैक्टर ट्रालियों पर किसान दिल्ली जा रहे हैं।
राजौंद: किसान आंदोलन के समर्थन में किच्छाना कुई पर किसानों ने 21वें दिन भी धरना दिया। किसानों ने कहा कि पिछले कई दिनों से उनके गांव से ट्रैक्टर ट्रालियों पर किसान दिल्ली जा रहे है और किसान आंदोलन में भाग ले रहे है। किसानों ने कहा कि वह पिछले 20 दिनों से सुबह 10 से शाम चार बजे तक किच्छाना कुई पर धरना जारी है। किसान अनूप, काला, गुरनाम, जगदीश, धर्मवीर, राकेश, मनोज, अमित, बलजीत ने बताया कि जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक यह धरना जारी रहेगा।
मांगों को लेकर नंबरदारों ने की बैठक
जासं, कैथल: नंबरदारों की मासिक बैठक तहसील कार्यालय प्रांगण में हुई। जिसमें विभिन्न तहसीलों से नंबरदारों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बैठक में 14 अक्टूबर 2018 को हरियाणा सरकार द्वारा नंबरदारों के लिए जो घोषणा की गई थी, उसको लागू करवाने पर विचार किया गया। इसके अलावा नंबरदारों का मानदेय तीन हजार रुपये प्रति महीना समय पर देने, उनको आयुष्मान योजना में शीघ्र शामिल करने व नंबरदारों को मोबाइल फोन देने पर भी विचार किया गया।
बैठक में मुख्य रूप से पहुंचे जिला प्रधान रामकुमार शिमला व कैथल तहसील प्रधान संजीव छौत ने कहा कि नंबरदार सरकार व जनता के बीच कड़ी का काम करता है। नंबरदारों को गांव का अधिकारी भी माना जाता है और ईमानदारी का पात्र माना जाता है। फिर भी उनके पास सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ नहीं पहुंचता है। हरियाणा सरकार ने उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की तो हरियाणा के 25 हजार नंबरदार अनशन पर बैठने के मजबूर हो जाएंगे।
इस मौके पर दिवान सिंह गुहणा, रोहताश खेड़ी, सुशील नंबरदार नैना, सुशील कुमार, गुलाब सिंह, जयप्रकाश, धर्मपाल, चांदीराम, बलबीर सिंह राजेश मौजूद थे।