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शिक्षा विभाग के फरमान को रद करवाने पहुंचे निजी स्कूल संचालक, डीईओ को सौंपा ज्ञापन

अभिभावकों द्वारा निजी स्कूलों के खिलाफ दी गई सीएम विडो में शिकायतें दी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 07:30 AM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 07:30 AM (IST)
शिक्षा विभाग के फरमान को रद करवाने पहुंचे निजी स्कूल संचालक, डीईओ को सौंपा ज्ञापन
शिक्षा विभाग के फरमान को रद करवाने पहुंचे निजी स्कूल संचालक, डीईओ को सौंपा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, कैथल : अभिभावकों द्वारा निजी स्कूलों के खिलाफ दी गई सीएम विडो में शिकायतें पहुंचने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए पत्र को रद करवाने की मांग पर निजी स्कूल संघ के सदस्य जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा से मिले। संघ ने जिला शिक्षा अधिकारी से मांग करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण पहले ही अभिभावक अपनी मनमर्जी से फीसें दे रहे हैं। ऐसे में अभिभावकों को एक और मौका फीस न देने का इस पत्र के मिल जाएगा। इसलिए वह मांग करते हैं कि इस पत्र को रद करें। ज्ञापन देने वालों निजी स्कूल संघ के प्रदेश संरक्षक रविभूषण गर्ग, चेयरमैन कुलदीप पुनिया, महामंत्री गौतम बंसल, प्रदेश उपाध्यक्ष जोगेंद्र ढुल, प्रवीन प्रजापति व कुलदीप मौजूद रहे। इनका कहना था कि वह पहले से ही निर्धारित नियमों के अनुसार फीस ले रहे हैं। कोई भी अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जा रहा है, जो अभिभावकों की जेब पर भारी पड़ रहा है। रविभूषण गर्ग ने कहा कि स्कूल संचालक विद्यार्थियों से केवल ट्यूशन फीस ही ले रहे हैं। अन्य कोई भी चार्ज नहीं ले रहे हैं। उधर, वीरवार को सुबह के समय स्कूल स्टूडेंट्स-पेरेंट्स एसोसिएशन के सदस्य भी डीईओ से मिले। इस दौरान उन्होंने डीईओ द्वारा जारी किए पत्र में 2021-2022 सत्र लिखने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रधान मोनू बत्तरा ने बताया कि डीईओ ने जो पत्र जारी किया है, उसमें 2020-2021 सत्र लिखा है, जो 31 मार्च तक बनता है। अभिभावकों ने डीईओ से 2021-2022 सत्र लिखने की मांग की है। ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। इसके साथ ही एक नामी स्कूल द्वारा ट्रांसपोर्ट चार्ज दोगुना करने पर उस स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

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वर्जन :

जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा ने इस मामले में कहा कि पत्र को रद करने की मांग पर कुछ निजी स्कूल संचालक उनसे मिले हैं। अभी तक विभाग के मुख्यालय द्वारा नए सत्र की फीस को लेकर कोई आदेश नहीं आए हैं। स्कूल संचालकों ने उन्हें ज्ञापन दिया है। इस ज्ञापन को वह आला अधिकारियों तक पहुंचाएंगे। जो भी निर्णय होगा, वह मुख्यालय के निदेशक द्वारा ही लिया जाएगा।


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