निजी ठेकेदार करेगा अब वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की देखरेख
जन स्वास्थ्य विभाग ने प्यौदा रोड पर बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की देखरेख का ठेका तीन साल के लिए प्राइवेट ठेकेदार को दे दिया है। ठेकेदार ने प्यौदा रोड पर बने ट्रीटमेंट प्लांट पर काम भी शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कैथल : जन स्वास्थ्य विभाग ने प्यौदा रोड पर बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की देखरेख का ठेका तीन साल के लिए प्राइवेट ठेकेदार को दे दिया है। ठेकेदार ने प्यौदा रोड पर बने ट्रीटमेंट प्लांट पर काम भी शुरू कर दिया है। वहां पर तैनात सात से आठ कर्मचारियों को मानस रोड पर बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की देखरेख के लिए भेज दिया। 15 साल से प्लांट की देखरेख विभाग के कर्मचारी ही कर रहे थे।
छह फरवरी को मानस रोड पर बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को ठेके पर दिए जाने के लिए टेंडर होगा। यानि इन कर्मचारियों को वहां से भी छुट्टी होना तय है। कर्मचारियों ने प्लांट की देखरेख का जिम्मा प्राइवेट ठेकेदार को सौंपने के विरोध में हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिक वर्कर्स यूनियन के बैनर तले धरना शुरु कर दिया।
जिला प्रधान धर्मचंद नैन, कर्मचंद मलिक व सत्यवान ने कहा कि अधिकारी अपनी जेब भरने के लिए निजीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। ठेकेदारी प्रथा से शोषण व भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है। विभाग में कर्मचारियों के पक्के पद खाली पड़े हैं, लेकिन ऐसे ही निजीकरण होता रहा तो कर्मचारी सरप्लस हो जाएंगे। इसकी सजा कच्चे कर्मचारियों को अपनी नौकरी के गंवाकर चुकानी पड़ेगी।
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प्यौदा और मानस रोड पर
बने हैं ट्रीटमेंट प्लांट
प्यौदा और मानस रोड पर शहर वासियों को स्वच्छ नहरी पानी उपलब्ध करवाने के लिए दो ट्रीटमेंट प्लांट बनाए गए हैं। प्यौदा रोड पर 20 एमएलडी व मानस रोड पर 16 एमएलडी क्षमता के ट्रीटमेंट प्लांट हैं। मानस रोड पर ट्रीटमेंट प्लांट को तो ठेकेदार ने कुछ दिन पहले ही विभाग को सौंपा था, लेकिन विभाग ने फिर से इसके टेंडर करने की तैयारी कर ली है।
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अभी नहीं हुआ मानस रोड
ट्रीटमेंट प्लांट का टेंडर
जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन वीके गुप्ता ने कहा कि अभी प्यौदा रोड पर बने प्लांट का ही ठेका दिया गया है। मानस रोड पर बने प्लांट का टेंडर छह फरवरी को होगा या नहीं होगा अभी यह भी पक्का नहीं है। कर्मचारियों की ड्यूटी किसी दूसरी जगह पर लगा दी जाएगी। सरप्लस हुए तो आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को हटाया जाएगा।