घर में पौधे लगा हरियाली को दे रहे बढ़ावा प्रदीप
ऑक्सीजन का हमारे जीवन में कितना महत्व है शायद हम जान नहीं पाते लेकिन कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से जब आम जन की सांसे थमने लगी तब इसका अहसास सभी को हो गया। पूरे देश में आक्सीजन को लेकर जब हाहाकार हो रहा है ऐसे में इंसान को पेड़-पौधों के अस्तित्व पता चल रहा है।
संजय तलवाड़, पूंडरी : ऑक्सीजन का हमारे जीवन में कितना महत्व है, शायद हम जान नहीं पाते, लेकिन कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से जब आम जन की सांसे थमने लगी तब इसका अहसास सभी को हो गया। पूरे देश में आक्सीजन को लेकर जब हाहाकार हो रहा है, ऐसे में इंसान को पेड़-पौधों के अस्तित्व पता चल रहा है। पेड़ हमें ऑक्सीजन ही नहीं, बल्कि फल-फूल और जड़ी-बूटियों के अलावा ठंडी छाया भी देते हैं। आज भी जब मौसम का मिजाज गर्म होता है और लू के थपेड़ों से हमारा शरीर झुलसने लगता है और वे पेड़ ही होते जो हमें शीतलता प्रदान करते है। वैसे हमारे वैज्ञानिक और पर्यावरण विद् हमें कभी से इस बात का एहसास करवाने में लगे है कि यदि हमें लंबा जीवन जीना है तो अधिक से अधिक पौधे लगाने होंगे।
हमारे समाज में आज भी कई लोग ऐसे है जो पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अपना कर्तव्य निभा रहे है। गांव फतेहपुर निवासी प्रदीप भुक्कल जो कि हरियाणा पुलिस में कार्यरत है न केवल अपने घर के पास पड़ी खाली जगह में पेड़-पौधे लगाकर हरियाली कर रहे है। बल्कि समाज को भी पेड़-पौधे लगाने के लिए प्रेरित कर रहे है। प्रदीप ने अपने घर के पास पड़ी खाली जगह में 25 से 30 तरह के पेड़-पौधे लगाए हुए हैं। बल्कि कई तरह की सब्जियां भी उगा रखी है। प्रदीप का कहना है कि आज के प्रदूषित वातावरण में हम जितने पेड़ लगाएंगे उतना ही पर्यावरण की शुद्धता में अपना योगदान दे पाएंगे। उन्होंने अपने यहां तुलसी, पपीता, गिलोय व एलोवेरा आदि कई प्रकार के पौधे लगा रखे है।
त्रिवेणी लगाकर भी कर रहे है, जागरूक :
प्रदीप केवल अपने घर के पास पड़ी खाली जगह में ही पौधे लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि वे पिछले दो वर्षों से सार्वजनिक स्थलों और सरकारी कार्यालयों में पड़ी खाली जगहों में त्रिवेणी लगाकर लोगों को प्रेेरित करने में जुटे हुए है।
ड्यूटी के बाद खाली समय में करते है, पौधों की देखरेख :
डयूटी के बाद प्रदीप को जब भी समय मिलता है, वे अपने द्वारा लगाए गए पौधों की देखभाल करते है। यहीं नहीं उनकी मां और पत्नी भी इस काम में उनका साथ देती है। प्रदीप ने बताया कि उन्होंने अपने यहां फूल पौधों के अलावा घीया, तौरी, बैंगन, भिडी व हरी मिर्च आदि सब्जियां भी लगा रखी है। जिससे उनके परिवार को बिना किसी खरपतवार के अधिकतर सब्जियां घर पर ही मिल जाती है।