शुगर मिल में हुए चिप घोटाले की जांच में गंभीरता से काम कर रही पुलिस : एसपी
शुगर मिल से प्राप्त उत्पादों के तौल के लिए इस्तेमाल किए गए कांटे में रिमोट चिप लगाकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है। जिले के किसानों ने इसकी शिकायत प्रशासन और सरकार के नेताओं को कर रखी है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
शुगर मिल से प्राप्त उत्पादों के तौल के लिए इस्तेमाल किए गए कांटे में रिमोट चिप लगाकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है। जिले के किसानों ने इसकी शिकायत प्रशासन और सरकार के नेताओं को कर रखी है। मामला बड़ा होने के कारण इसकी जांच एसआइटी कर रही है, लेकिन शिकायत किए काफी समय बीतने के बाद भी इसकी जांच पूरी नहीं हो पाई है। सोमवार को एसपी वसीम अकरम ने मामले पर अपना पक्ष रखा।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन मिल में हुए चिप घोटाले की जांच में जुटा है, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से अभी तक घोटाला करने वाले लोगों का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि किसानों की शिकायत के बाद वे घोटाले के समय की 15 दिन की वीडियो रिकॉर्डिग भी देख चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई खास सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है। इस मामले में संदेह होने पर 25 लोगों से पूछताछ भी की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि कांटे में लगी चिप को जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भी भेजा गया था, लेकिन वहां भी जांच पूरी नहीं हो सकी। एसपी ने कहा कि प्रशासन की ओर से मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
मिल में किसानों ने जारी रखा धरना
वहीं शुगर मिल के आगे भारतीय किसान संघ ने पांचवें दिन भी धरना दिया। युवा प्रमुख गुलतान नैन, प्रदेश सचिव रणदीप आर्य व सतीश ग्योंग ने कहा कि जब तक मिल में हुए घोटाले की जांच पूरी कर दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक वे धरना जारी रखेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो आसपास के जिलों से भी किसानों को धरने में शामिल होने का निमंत्रण देंगे। किसानों ने कहा कि मामले की जांच में जानबूझकर देरी की जा रही है। जल्द ही संघ के सदस्यों की सहमति से प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखा जाएगा, जिसमें जांच उच्चाधिकारियों से जल्द पूरी करवाने की मांग की जाएगी।