पुलिस बना रहा समझौता का दबाव
संवाद सहयोगी, कलायत: पाई गांव के चर्चित आभूषण चोरी मामले ने पुलिस का कार्यप्रणाली पर सवालिया
संवाद सहयोगी, कलायत: पाई गांव के चर्चित आभूषण चोरी मामले ने पुलिस का कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए है। कार्रवाई को अंजाम देने वाला आरोपी चिट्ठी छोड़ गया। इसके अलावा कई पुख्ता सबूत पाई गांव में विवाहिता कलायत की बेटी कमलेश पूंडरी पुलिस को दे चुकी है। हैरानी का विषय है कि महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने के बाद भी जांच अधिकारी जेवरात चोरी में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार करने की बजाए समझौते के लिए दबाव बना रहा है।
साथ ही जांच अधिकारी यह भी दलील दे रहा है कि जिला मुख्यालय पर तैनात शीर्ष अधिकारी ने उसे मामले में समझौता करने के निर्देश दिए है। इस प्रकार का तर्क पीड़ित कमलेश व परिवार के लोगों को हजम नहीं हो रहा। इनका कहना है कि पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने चोरी मामले की सघन जांच और कार्रवाई के आदेश दिए थे। जबकि जांच अधिकारी उनका पक्ष सुनने की बजाए आए दिन डांट-डपट उन्हें पिला रहा है। इतना ही नहीं मामले को लेकर ऊपरी स्तर पर आवाज उठाने पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी उसे निरंतर मिल रही है। इस प्रकार के रवैये से क्षुब्ध होकर जागरूक कमलेश ने न्याय के लिए दिल्ली स्थिति राष्ट्रीय महिला आयोग कार्यालय के समक्ष चार बच्चों के साथ कार्रवाई करने का ऐलान किया है।
कमलेश का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी हिफाजत और अधिकारों के लंबे-चौड़े दावे किए जाते है। लेकिन पूंडरी थाना क्षेत्र में यह बेमानी साबित हो रहे है। जिला पुलिस कप्तान ने चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी तौर पर अभियान चला रखा है। जिस प्रकार का रवैया पुलिस चोरी मामले में दिखा रही है उससे जाहिर है कि आला अधिकारियों के आदेशों से इन्हें कोई परवाह नहीं।
न्याय की बजाए पिलाई जा रही डांट :
अनुसूचित जाति की महिला इस पूरी स्थिति से सहमी है। पुलिस द्वारा न्याय देने की बजाए मानसिक रूप से परेशान करने से कमलेश सहमी है। भयभीत होकर उसने मायके की डगर पकड़ ली है। इसका कहना है कि जांच अधिकारी कभी उसे शिकायत निरस्त होने का तर्क देता है तो कभी समझौते के लिए दबाव बनाता है। इन परिस्थितियों में उसका पुलिस से विश्वास उठ गया है।
नहीं है जानकारी
पूंडरी थाना प्रभारी सतीश कुमार ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। संबंधित कर्मियों से शिकायत के बारे में पूछताछ करने के बाद ही वे कुछ बता पाएंगे।